MDH @Instagramअपने कुछ उत्पादों में कथित तौर पर एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने के मामले में एमडीएच ने एक बयान जारी कर इन ख़बरों को बेबुनियाद बताया है.समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार- कंपनी ने कहा है, "ये दावे झूठे हैं और ऐसा आरोप लगाने के लिए सबूत नहीं है.""हम ये भी कहना चाहते हैं कि हांगकांग या सिंगापुर के नियामकों की तरफ से कंपनी के साथ किसी तरह का संपर्क नहीं किया गया है."एमडीएच ने ये भी कहा कि स्पाइस बोर्ड या खाद्य गुणवत्ता नियामक एफ़एसएसएआई को भी हांगकांग या सिंगापुर में नियामकों या अधिकारियों की तरफ से किसी तरह की कोई ख़बर या टेस्ट रिपोर्ट नहीं मिली है.कंपनी ने कहा है कि "ये इस बात की पुष्टि करता है कि एमडीएच के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं जिनके पक्ष में कोई भरोसेमंद सबूत पेश नहीं किए गए हैं."कंपनी ने उपभोक्ताओं को भरोसा दिलाया और कहा, "एमडीएच अपने खरीदारों और उपभोक्ताओं को अपने सभी उत्पादों की सुरक्षा और गुणवत्ता का भरोसा दिलाती है. हम ये भरोसा दिलाते हैं कि उत्पादन के किसी भी स्टेज, स्टोर करने, मसाला बनाने या मसाले पैक करने की प्रक्रिया में हम एथिलीन ऑक्साइड का इस्तेमाल नहीं करते."कंपनी ने कहा कि वो भारतीय बाज़ार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाज़ार के स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का पालन करती है.कंपनी ने कहा, "हम दावा करते हैं 'असली मसाले सच-सच'. हमारे उत्पाद इस प्रतिबद्धता को दोहराते हैं और हम अपने उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले मसाले सप्लाई करते हैं." एवरेस्ट ने क्या कहा?न्यूज़ वेबसाइट विऑन को दिए जवाब में एवरेस्ट ने कहा है कि वो पचास साल पुराना और प्रतिष्ठित ब्रांड है.एवरेस्ट ने कहा है, ‘’हमारे सभी प्रोडक्ट कड़ी जांच के बाद ही तैयार और एक्सपोर्ट किए जाते हैं. हम साफ-सफाई और फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड का कड़ाई से पालन करते हैं. हमारे प्रोडक्ट्स पर इंडियन स्पाइस बोर्ड और एफएसएसएआई समेत सभी एजेंसियों की मुहर है.’’एवरेस्ट ने कहा है, ‘’हर एक्सपोर्ट से पहले हमारे प्रोडक्ट स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया की जांच से गुज़रते हैं. फिलहाल हम आधिकारिक सूचना का इंतज़ार कर रहे हैं. हमारी क्वालिटी कंट्रोल टीम इस मामले की पूरी जांच करेगी.’’पैकेज्ड फ़ूड स्वास्थ्य के लिए अच्छा या हानिकारकअल्ट्रा प्रोसेस्ड फ़ूड किस हद तक सेहत को करते हैं ख़राबख़ुशी के मौक़े पर कुछ मीठा हो जाए मगर संभलकर, ख़ुशियां छीन भी सकती है शुगर क्या है मामला? GETTY IMAGES लेबोरेट्री में मसालों की क्वालिटी चेकिंगहाल ही में हांगकांग के फूड सेफ़्टी विभाग ने एमडीएच और एवरेस्ट के कुछ पैकेटबंद मसालों में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने का दावा किया था और इसकी ख़रीद-बिक्री को भी रोकने को कहा था.विभाग ने कहा कि एमडीएच के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में एथिलीन ऑक्साइड पाया गया है.सिंगापुर में भी एवरेस्ट के फिश करी मसाले को बाज़ार से वापस लेने के निर्देश दिए गए थे.देश में इस मसाले के आयातक मुथैया एंड संस प्राइवेट लिमिटेड को कहा गया है कि वो इस प्रोडक्ट को बाज़ार से वापस ले ले.सिंगापुर की फूड एजेंसी ने कहा है कि उपभोक्ता एवरेस्ट के फिश करी मसाले का इस्तेमाल न करें.सिंगापुर की फूड एजेंसी ने अपने इस फैसले के समर्थन में हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग की ओर से जारी उसी निर्देश का हवाला दिया है, जिसमें एमडीएच के तीन मसालों और एवरेस्ट के फिश करी मसाले में कैंसर का खतरा पैदा करने वाले तत्व होने की बात कही गई थी.सिंगापुर की फूड एजेंसी ने कहा है कि एथिलीन ऑक्साइड की कम मात्रा से किसी फौरी जोखिम का ख़तरा नहीं है. लेकिन लंबे समय तक इस्तेमाल से इस तरह के केमिकल से स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है.(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और