Instagramएक इंस्टाग्राम पोस्ट में ज़ीनत अमान ने ज़िक्र किया कि उनके पिछले पोस्ट्स में लोगों ने उनसे रिलेशनशिप एडवाइस मांगी थी. उन्होंने कहा कि वह निजी विचार साझा कर रही हैं, जो उन्होंने पहले कभी नहीं किया. उन्होंने लिखा है, "अगर आप किसी रिश्ते में हैं, तो मैं ये सुझाव दूंगी कि शादी से पहले साथ रहिए. ये सलाह मैंने हमेशा अपने बेटों को भी दी और वे दोनों या तो लिव-इन में रहे, या रह रहे हैं."ज़ीनत अमान ने कहा कि ये उन्हें लॉजिकल यानी तर्कसंगत लगता है कि दो लोग अपने परिवारों को शामिल करने से पहले खुद अपने रिश्ते का इम्तिहान लें.वह इसके पीछे तर्क देते हुए कहती हैं कि एक दिन में कुछ घंटों के लिए कोई शख्स बहुत अच्छे से रह सकता है लेकिन क्या दो लोग एक बाथरूम का इस्तेमाल कर सकते हैं? क्या एक-दूसरे के ख़राब मूड को झेल सकते हैं? एक जैसा खाना खाने पर सहमत हो सकते हैं?ज़ीनत अमान अपने पोस्ट के आख़िर में लिखती हैं, "मैं जानती हूं कि भारतीय समाज लिव-इन को लेकर थोड़ा उखड़ा रहता है लेकिन फिर वही बात है कि समाज तो बहुत सी बातों से नाराज़ रहता है. लोग क्या कहेंगे?"लिव-इन रिलेशनशिप में क्या शादी जैसी सुरक्षा मिल सकती है?लिव-इन रिलेशनशिप कब क़ानून की नज़र में सही हैं?लिव-इन रिलेशन से जन्मे बच्चे को भी मिलेगी पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी मुमताज़ और सायरा बानो ने क्या कहा? mumtaztheactress मुमताज़ज़ीनत अमान के साथ साल 1971 में आई देव आनंद की फ़िल्म 'हरे रामा, हरे कृष्णा' में काम कर चुकीं अभिनेत्री मुमताज़ ने कहा है कि ज़ीनत अमान को सोच-समझ कर सलाह देनी चाहिए.उन्होंने एंटरटेनमेंट साइट ज़ूम को दिए इंटरव्यू में कहा, "ज़ीनत को सलाह देने से पहले सोचना चाहिए. वह अचानक से सोशल मीडिया पर चर्चा में आ गईं और मैं एक 'कूल आंटी' जैसा दिखने की उनके इस उत्साह को समझ सकती हूं. लेकिन हमारे नैतिक मूल्यों के उलट सलाह देना अपनी फॉलोइंग बढ़ाने का ज़रिया नहीं हो सकता. वह मज़हर ख़ान को शादी से कई साल पहले ही जानती थी. उनकी शादी किसी नर्क की तरह थी. उन्हें रिश्तों पर सलाह देने वाला आख़िरी इंसान होना चाहिए."ज़ीनत अमान ने साल 1985 में मज़हर ख़ान से शादी की थी. मज़हर ख़ान का साल 1998 में निधन हो गया था. हिंदुस्तान टाइम्स ने मुमताज़ की इस टिप्पणी को लेकर ज़ीनत अमान से सवाल किया.इस पर ज़ीनत ने कहा, "हर कोई अपनी राय बनाने के लिए आज़ाद है. मैं वो इंसान कभी नहीं रही जो दूसरों के निजी जीवन पर टिप्पणी करे या फिर अपने सहयोगियों को नीचा दिखाए और मैं अब भी ये नहीं करूंगी."दोनों अभिनेत्रियों के बीच विचारों के इस मतभेद के बीच सायरा बानो ने भी प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा है, "मैं ये सब ज़्यादा नहीं पढ़ती और मैंने सच में ये नहीं देखा कि वे (मुमताज़ और ज़ीनत) क्या कह रही हैं. लेकिन हम लोग पुरानी सोच वाले हैं. हमारा ट्रेंड 40-50 साल पहले का है."लिव-इन रिश्तों को लेकर अपनी सोच पर बात करते हुए सायरा बानो ने कहा, "इस बात से मैं तो सहमत नहीं हो सकती हूं कभी भी. ये कुछ ऐसा है जो मेरे लिए कल्पना से परे और अस्वीकार्य है." सोशल मीडिया पर क्या कह रहे हैं लोग? Getty Images सायरा बानोज़ीनत अमान की लिव-इन रिलेशन पर दी गई राय को लेकर सोशल मीडिया यूज़र्स की मिलीजुली प्रतिक्रिया है.जैसे एक इंस्टाग्राम यूज़र ने ज़ीनत के पोस्ट के कमेंट में ही लिखा है, "दूसरी ओर, मैं एक ऐसे कपल को जानती हूं जो साथ रहे लेकिन जैसे ही उन्होंने शादी की, दिक़्क़तें शुरू हो गईं और हाल ही में उन्होंने तलाक़ ले लिया. इस पर क्या कह सकते हैं?"वहीं एक अन्य यूज़र ने लिखा है ने कहा है कि अगर यह (ज़ीनत की सलाह) सच होता तो फिर पश्चिमी देशों में रहने वाले कपल, जो शादी से पहले साथ रहते हैं, उनका तलाक़ न होता. शादी किसी जैकपॉट से कम नहीं है. सब भाग्य और आशीर्वाद पर निर्भर करता है.एक यूज़र ने कमेंट में अपना अनुभव बताते हुए लिखा है कि वह उनका आठ साल का रिश्ता तब ख़त्म हुआ, जब उन्होंने अपने पार्टनर के साथ एक साल तक रहने की कोशिश की.एक महिला ने ज़ीनत के पोस्ट पर लिखा, "मैं भी ठक ऐसा ही सोचती हूं. मेरी उम्र 63 साल है और मैं और मेरी बहन जो अब 50 साल की है, दोनों अपनी बेटियों को यही सलाह देते हैं."(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और