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Google संभालेगा लोकसभा चुनावों में मोर्चा, 'शक्ति' से होगी DeepFake की पहचान, जानिए कैसे करेगा काम

लोकसभा चुनावों का आगाज हो गया है। चुनावों के बीच डीपफेक वीडियो और फोटो का खतरा भी है। बता दें कि इन दिनों में डीपफेक काफी चर्चा में है। डीपफेक टूल की मदद से कई मशहूर हस्तियों के फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। डीपफेक से बने ये वीडियो दिखने में बिल्कुल असली लगते हैं। ऐसे में सरकार भी इसको लेकर सख्त है। चुनाव आयोग भी चुनावों के दौरान डीपफेक और फर्जी कंटेंट को रोकने के लिए कदम उठा रहा है।

सरकार ने भी गूगल सहित मेटा को अपने प्लेटफॉर्म से डीपफेक कंटेंट हटाने का निर्देश दिया है। सरकार के निर्देश पर गूगल और मेटा अपने डीपफेक चेकर टूल भी लॉन्च कर चुके हैं।

गूगल का 'शक्ति' कसेगा डीपफेक पर नकेल:
मेटा ने पिछले दिनों व्हाट्सएप पर डीपफेक वीडियो से निपटने के लिए एक चैटबॉट पेश किया था। व्हाट्सएप के चैटबॉट के जरिए यूजर्स संदेह वाले डीपफेक वीडियो और फोटो को चेक कर सकते हैं। अब गूगल ने डीपफेक से निपटने के लिए एक एडवांस्ड टूल पेश किया है, जिसे 'शक्ति' नाम दिया है। इसकी मदद से यूजर्स डीपफेक वीडियो और फोटो का आसानी से पता कर सकते हैं। जानते हैं गूगल के इस एडवांस्ड टूल शक्ति के बारे में विस्तार से।

ऐसे करम करेगा गूगल का ‘शक्ति’:
गूगल इंडिया ने एआई तकनीक से तैयार होने वाले फर्जी कंटेंट को रोकने के लिए शक्ति प्लेटफार्म लांच किया है। इसकी मदद से किसी भी कंटेंट का फैक्ट चैक कर उसकी वास्तविकता का पता लगा सकते हैं। गूगल की एक टीम फर्जी और आपत्तिजनक कंटेंट को हटाने का काम करेगी। इतना ही नहीं गूगल चुनाव से जुड़े सभी विज्ञापनों को सार्वजनिक करेगा, चाहे वह किसी भी फार्म में दिए गए हों। हर विज्ञापन पर उसकी हकीकत बताने वाला टैग होगा, जिससे कि पता चल सके कि वह विज्ञापन है।

 

google tool shakti for deepfake content

फैक्ट चेकर्स से करार:

बता दें कि मेटा ने 15 भारतीय भाषाओं में 11 स्वतंत्र फैक्ट चेकिंग पार्टनर से करार किया है। कंपनी उन्हें मेटा कंटेंट लायब्रेरी का एक्सेस देगी। कंपनी के ये फैक्ट चेकिंग पार्टनर चुनाव के दौरान उन वीडियो और कंटेंट को चेक करेंगे जो एआई से जनरेट हुए हैं। इसके बाद उन कंटेंट का रिव्यू कर उन्हें रेटिंग देंगे। एआई से बने फोटो व वीडियो पर मेटा एक खास तरह का मार्कर लगाएगी, जिससे पता चल जाएगा कि वह असली है या नकली? इतना ही चुनाव के लिए मेटा स्पेशल कंट्रोल रूम भी बनाएगी, जो रियल टाइम काम करेंगे।

व्हाट्सऐप का चैटबॉट:

बता दें कि मेटा ने व्हाट्सऐप पर डीपफेक वीडियो की जांच करने के लिए एक चैटबॉट तैयार किया है। इस चैटबॉट को एक्सिस करने के लिए आपको अपने व्हाट्सऐप अकाउंट में +91 9999025044 सेव करना होगा, जिसके बाद आप जरूरत पड़ने पर इस चैटबॉट की मदद से किसी भी डीपफेक वीडियो की पड़ताल आसानी से कर सकते हैं। बता दें वॉट्सऐप के डीपफेक चैटबॉट से आप मिनटों में डीपफेक वीडियो की पड़ताल कर सकते हैं।

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