कहानी ‘काला’ तिरुनेलवेली के एक गैंगस्टर की कहानी है, जो धारावी का राजा है। वह इलाके आम लोगों की जमीन ताकतवर नेताओं और भू-माफिया से जमीन को सुरक्षित रखने की लड़ाई लड़ता है। समीक्षा डायरेक्टर पा. रंजीत इस बार रजनीकांत के स्टारडम के जरिए एक संदेश देने आए हैं- जमीन आम आदमी का अधिकार है। कहानी साधारण सी है, जिसमें तमिलनाडु से आया एक प्रवासी मुंबई की मशहूर झुग्गी बस्ती धारावी में बस जाता है। वह पूरे इलाके को अपना घर मानता है और इसे बेहतर बनाने में जुट जाता है। वह धीरे-धीरे शहर पर राज करने लगता है। लेकिन तभी विलेन की एंट्री होती है, दुष्ट नेता और जो कि एक भू-माफिया के रूप में। अच्छाई और बुराई की लड़ाई इन दोनों की नजर धारावी की जमीन पर है। अब जंग शुरू होती है। सच और झूठ की। अच्छाई और बुराई की। ‘काला’ एक एनिमेटेड स्टोरी कहने वाली डिवाइस से शुरू होती है। ठीक वैसे ही जैसा ‘बाहुबली’ में नजर आया था। यहां जमीन की अहमियत के साथ-साथ ताकत की भूख गरीबों का दमन करती है। इसके बाद फिल्म की कहानी तेजी से मौजूदा समय में आ पहुंच आती है। भ्रष्ट नेता और भू-माफिया धारावी को तबाह कर उसे डिजिटल धारावी और मुख्य मुंबई में बदलना चाहते हैं। ‘कबाली’ जैसा लव ट्रैक भी सुपरस्टार रजनीकांत का ‘काला’ के नाम से एक छोटा-सा इंट्रोडक्शन दिया गया है। फिल्म में उनका पूरा नाम कारीकालन है। कहानी में रफ्तार तब आती है जब यह तय हो जाता है कि काला धारावी का किंग बन चुका है और कोई उससे टकराने का दम नहीं रखता। जरीना (हुमा कुरैशी) और काला के बीच लव ट्रैक ठीक उसी अंदाज में पेश किया जाता है जैसा कि कबाली-कुमुदावली में दिखाया गया था। लेकिन जल्द ही रजनीकांत को अपने वर्तमान का एहसास हो जाता है और फिर एक्स-लवर्स खूबसूरत डिनर सीन में नजर आते हैं। फैन्स के लिए ट्रीट है फिल्म रजनीकांत और हुमा दोनों की एक्टिंग जबरदस्त है। इंटरवल से पहले का हिस्सा टिपिकल मसाला स्टंट सीक्वेंस से भरा हुआ है। इसमें मुंबई फ्लाईओवर (वीएफएक्स तकनीक भी) के सीन हैं। यह सीन आपको बीते जमाने के रजनीकांत की याद दिला देगा, जो उनके फैन्स के लिए एक ट्रीट की तरह है। फिल्म में असली धमाल तब शुरू होता है जब हरि दादा (नाना पाटेकर) यानी हरिनाथ देसाई की एंट्री होती है। नाना और रजनीकांत के बीच जबरदस्त संवाद इंटरवल के बाद फिल्म की कहानी का दर्शकों को पहले ही अंदाजा लग जाता है। हरि दादा बदला लेना चाहता है और वह काला से उसका प्यार छीन लेता है। लेकिन धीरे-धीरे रजनीकांत फिल्म में अपनी स्टाइल लेकर आते हैं। वह इस बारे में बात करते हैं कि जब तक विरोध न हो तब तक गरीबों को दबाया जाता है। वह अपने लोगों से अपने शरीर को एक हथियार की तरह इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। ये है काला के बदला लेने का अंदाज काला के कहने पर धारावी के लोग हड़ताल पर जाते हैं। मुंबई का कामकाज ठप्प हो जाता है, क्योंकि झुग्गियों में रहने वाले ज्यादातर लोग शहर चला रहे हैं। इनमें टैक्सी ड्राइवर्स, म्युनिसिपैलिटी स्टाफ, हॉस्पिटल स्टाफ जैसे लोग शामिल हैं। मुंबई की रफ्तार अचानक थम जाती है। अच्छी एक्टिंग, दमदार डायलॉग्स फिल्म में नाना पाटेकर और रजनीकांत का मुकाबला देखने लायक है। दोनों के बीच के सीन पैसा वसूल हैं। रजनी को हिंदी और मराठी में सुनकर उनके फैन्स जरूर खुश होंगे। फिल्म में काला की पत्नी सेल्वी के रूप में ईश्वरी राव और काला के बेटे की गर्लफ्रेंड के रूप में पुयल यानी अंजली पाटिल हैं। दोनों ने अपने किरदार को खूबसूरती के साथ निभाया है। यह टिपिकल रजनी-रंजीत फिल्म है ‘काला’ का थीम सॉन्ग पहले से ही फेमस हो चुका है, जिसमें रजनीकांत ने बतौर राइटर डायरेक्टर शानदार परफॉर्म किया है। ‘काला’ का क्लाइमैक्स बेहतरीन है। रजनीकांत के टेक्निकल क्रू (सिनेमेटोग्राफर मुरली, म्यूजिक डायरेक्टर संतोष नारायण, एडिटर श्रीकर प्रसाद और आर्ट डायरेक्टर रामालिंगम) ने बेहतरीन काम किया है। यह 51 फीसदी रजनी और 49 फीसदी रंजीत की फिल्म है। यहां देखें, ‘काला’ का ट्रेलर हिंदी में
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