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8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण, जानें कैसा होगा भारत सहित दुनिया भर में इस ग्रहण का प्रभाव, ज्योतिषी जता रहे इस बात की आशंका

आगामी 8 अप्रैल को चैत्र अमावस्या के दिन यानी हिन्दू नव संवत्सर शुरू होने से एक दिन पहले एक बड़ा सूर्य ग्रहण लग रहा है। यद्पि यह पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक भी नहीं लगेगा लेकिन इसके चैत्र के महीने की अमावस्या को हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या में पड़ने से ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्त्व बढ़ जाता है। सोमवार को चैत्र अमावस्या को पड़ने वाला यह पूर्ण सूर्य ग्रहण मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा के बड़े हिस्से को प्रभावित करेंगे।
अमेरिका में इस ग्रहण का प्रभाव सबसे अधिक होगा, जहां इस वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव भी होने हैं। जल तत्व की मीन राशि और रेवती नक्षत्र में पड़ने वाला यह ग्रहण अप्रैल के महीने में किसी बड़े समुंदरी चक्रवात के आने से अमेरिका और मेक्सिको में बड़ी मानवीय त्रासदी का भी ज्योतिषीय संकेत दे रहा है। भारत के संदर्भ में देखें तो ग्रहण के गोचर में सूर्य और राहु के आजाद भारत की कुंडली के एकादश भाव में रहने तथा मंगल-शनि के दशम भाव में गोचर करने से केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के किसी कड़े निर्णय से तथा किसी बड़े स्कैंडल के चलते विवादों का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिका में होगी बड़ी राजनीतिक उथलपुथल
संयुक्त राज्य अमेरिका की स्थापना कुंडली 4 जुलाई 1776 को फिलाडेल्फिया, पेंसिल्वेनिया की है, जिसमे सिंह लग्न उदय हो रहा है। सिंह लग्न की अमेरिका की स्थापना कुंडली में लाभ के एकादश भाव में सूर्य, गुरु, शुक्र और मंगल मिलकर एक बड़ा राजयोग और धनयोग दोनों बना रहे हैं, जिसके प्रभाव के चलते अमेरिका आर्थिक, तकनीकी और सामरिक क्षेत्रों में वर्तमान में एक महाशक्ति है। लेकिन अक्टूबर 2018 से अमेरिका की कुंडली में हानि के बाहरवें घर में बैठे राहु की महादशा में अमेरिका को चीन की सामरिक चुनौती, कोरोना महामारी में हुई तबाही और 2022 से रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन को बड़ी सैन्य सहायता देने चलते अब आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।8 अप्रैल के सूर्य ग्रहण अमेरिका की कुंडली के अष्टम भाव को पीड़ा देकर अमेरिका में किसी बड़ी हिंसक घटना और राजनीतिक उथल-पुथल का ज्योतिषीय संकेत है। अमेरिका में अप्रैल और मई के महीनों में कम से कम दो बड़ी हिंसक घटनाओं या आतंकी वारदातों के चलते बड़ी सनसनी मच सकती है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के स्वास्थ्य को लेकर भी गंभीर खतरे के ज्योतिषीय संकेत दिख रहे हैं, जिसका प्रतिकूल प्रभाव आने वाले राष्ट्रपति चुनावों पर भी होगा। जस्टिन ट्रूडो की बढ़ेगी मुश्किलें, मेक्सिको में सत्ताधारी दल की होगी जीत
आगामी 8 अप्रैल को पडने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के लिए बेहद अशुभ होगा। 25 अक्टूबर 1971 को रात्रि 9 बजकर 25 मिनट पर ओटावा, ओंटारियो में जन्में जस्टिन ट्रुडो की जन्म कुंडली सिंह लग्न की है, जहां चंद्रमा अष्टम भाव में मीन राशि में रेवती नक्षत्र में स्थित है। संजोग से यह ग्रहण मीन राशि में रेवती नक्षत्र में ही पड़ रहा है, जो जस्टिन ट्रुडो को किसी बड़े विवाद में फंसा सकता है। मंगल में राहु की विंशोत्तरी दशा में चल रहे जस्टिन ट्रुडो के लिए इस वर्ष अगस्त तक का समय बेहद कठिन है। कनाडा में जस्टिन ट्रुडो की सरकार के किसी बड़े विवाद में फंस जाने और अस्थिर होने के ज्योतिषीय योग बन रहे हैं। दूसरी ओर दक्षिण अमेरिकी देश मेक्सिको में भी 8 अप्रैल का पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। ग्रहण के समय मेक्सिको में मिथुन लग्न उदय हो रहा होगा, लग्न से दशम भाव में सूर्य, चंद्रमा तथा शुभ ग्रह शुक्र के बैठे होने के चलते सत्ताधारी मोरेना पार्टी आगामी 2 जून को होने वाले चुनाव में जीत हासिल कर सकती है। इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में आ सकता है कोई बड़ा फैसला
आगामी 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण भारतीय गणतंत्र की कुंडली (26 जनवरी 1950, सुबह 10 बजकर 18 मिनट, दिल्ली ) तथा सुप्रीम कोर्ट की स्थापना कुंडली (28 जनवरी 1950, सुबह 9 बजकर 45 मिनट, दिल्ली) दोनों के जन्म लग्न मीन को प्रभावित करेगा। सुप्रीम कोर्ट की मीन लग्न की स्थापना कुंडली में दशम भाव में बैठे बुध की महादशा में सप्तम भाव में बैठे केतु का अंतर चल रहा है। इस ग्रहण के समय राहु-केतु के सुप्रीम कोर्ट की स्थापना कुंडली के लग्न और सप्तम भाव को पीड़ित करने के चलते भारत की शीर्ष अदालत का केंद्र सरकार से टकराव बढ़ने का ज्योतिषीय संकेत हैं। अभी हाल ही में अपने ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधनिक घोषित करते हुए इस बॉन्ड के माध्यम से वर्ष 2018 से लेकर अब तक सभी राजनीतिक दलों को मिले राजनीतिक चंदे के खुलासे का आदेश दिया है।अब आगे चलकर अप्रैल या मई में सुप्रीम कोर्ट इस मामले में एक जांच कमिटी (SIT) गठितकर केंद्र सरकार को बड़ा झटका दे सकता है। इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में कई बड़े नेताओं, उद्योगपतिओं और अधिकारीयों के जांच में फंसे जाने के संकेत आगामी 8 अप्रैल के सूर्य ग्रहण की ग्रह स्थिति दे रही है।

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