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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का वीजा ओवरस्टे पर सख्त रुख, लाया जा सकता है एडमिशन बॉन्ड्स

लुब्ना काबली, नई दिल्ली
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नॉन-इमिग्रैंट वीजा पर अमेरिका आने वालों की संख्या कम करने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। ट्रंप के इस फैसले का सर्वाधिक असर भारतीयों पर होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बिजनस एवं टूरिस्ट विजिटर्स और अन्य नॉन-इमिग्रैंट वीजा होल्डर्स के ओवरस्टे में कमी लाने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ऐंड डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी (DHS) को एक मेमो जारी किया है।

इस मेमो के अनुसार, वीजा संबंधी नियमों के अधिक से अधिक अनुपालन के लिए एडमिशन बॉन्ड्स लाया जा सकता है, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान भारतीयों को ही होगा।

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इमिग्रेशन में विशेषज्ञता रखने वाली कैलिफोर्निया की एक वैश्विक कंपनी फ्रेगोमेन में पार्टनर मिशेल वेक्सलर ने कहा, 'राष्ट्रपति ने यह मेमो नॉन-इमिग्रेंट वीजा के तमाम वर्गों के लिए जारी किया है, जो बेहद व्यापक है। इस तरह का वीजा छात्रों, मजदूरों और उनपर निर्भर रहने वाले लोगों को दिया जाता है। ऐसे लोग अगर ओवरस्टे करते हैं तो भविष्य में उनपर एडमिशन बॉन्ड्स लगाया जा सकता है।'

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मेमो में किसी नियम का उल्लेख नहीं किया गया है और न ही इसमें तत्काल कोई पाबंदी लगाने की बात कही गई है, लेकिन इसमें अमेरिकी एजेंसियों को 120 दिनों के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति को सिफारिश/या स्टेटस रिपोर्ट्स देने की बात कही गई है।

पिछले साल नवंबर में ओपन डोर्स रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 1.96 लाख भारतीय छात्र थे, जो कुल विदेशी छात्रों का 18 फीसदी है। डीएचएस द्वारा जारी एंट्री-एग्जिट ओवरस्टे रिपोर्ट (2018) के मुताबिक, लगभग 1.27 लाख छात्रों को वित्त वर्ष 2017 (एक अक्टूबर 2016-30 सितंबर, 2017) के दौरान अमेरिका छोड़ देना था, लेकिन इनमें से 3.45 फीसदी छात्रों ने ओवरस्टे किया।

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