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PM Modi In MP: PM मोदी का छह दिन में दूसरा बुंदेलखंड दौरा, जानिए क्या हैं संत रविदास की धरती से संबोधन के मायने

सागरः लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी 'मिशन 29' को लेकर कोई कोर-कसर छोड़ना नहीं चाहती है। बुंदेलखंड की 4 लोकसभा सीटों पर पहले से ही बीजेपी का कब्जा है। बावजूद इसके पार्टी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी की सभाएं करा रही है। 19 अप्रैल को दमोह में चुनावी जनसभा के बाद अब सागर लोकसभा सीट में पीएम मोदी चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। महज 6 दिन के अंतराल से मोदी दूसरी बार बुंदेलखंड की धरती पर आएंगे।
बुंदेलखंड का चुनावी गणित, जिस पर भाजपा का जोरमप्र में एससी-एसटी और ओबीसी सबसे बड़ा वोट बैंक है। बुंदेलखंड इलाके के सागर, दमोह, टीकमगढ़ और खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में एससी-एसटी और पिछड़ावर्ग मतदाताओं की अच्छी खासी आबादी है। इसी कारण सागर में 'संत रविदास लोक' जिसमें मंदिर, म्यूजियम, आर्ट गैलरी स्थापित करने का निर्णय विधानसभा चुनाव के पहले लिया गया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद सागर के बड़तूमा में करीब 100 करोड़ के इस रविदास लोक का भूमिपूजन किया था। अब दोबारा लोकसभा चुनाव में उनकी सभा यहां कराई जा रही है।
इससे साफ है कि वे इस धरती से पूरे एमपी-यूपी के एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग को संदेश देना चाहते हैं। यूपी से सटा इलाका, खजुराहो में फिर उतरेंगेबुंदेलखंड दो हिस्सों में बंटा हुआ है। एमपी से यूपी तक यह इलाका है। इसमें सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और पन्ना जिले से यूपी की सीमाएं लगी हैं। यूपी के झांसी, ललितपुर, महोबा जिलों से बॉर्डर लगी हैं। इस कारण एमपी के बुंदेलखंड में भी सपा और बसपा का प्रभाव माना जाता है। चूंकि खजुराहो सीट पर भाजपा के अलावा इंडी गठबंधन का प्रत्याशी भी मैदान में है। बीजेपी का मतदाताओं को साधने का प्रयासभले ही खजुराहो में इंडी गठबंधन का प्रत्याशी का फॉर्म रिजेक्ट होने से चुनाव से बाहर हो गया है।
बावजूद इसके बीजेपी पीएम मोदी की सभा के माध्यम से पूरे इलाके के मतदाताओं को संदेश देना चाहती है। वहीं, एमपी-यूपी की सीमावर्ती लोकसभाओं में मतदाताओं को साधने का काम भी पीएम मोदी करेंगे। संभव है पीएम एक बार फिर खजुराहो विमान से आएं फिर सेना के हेलीकॉप्टरों से सागर पहुंचेंगे।

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