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सूर्य ग्रहण के दौरान धरती पर लग गया दाग! अरबपति एलन मस्क ने शेयर किया अंतरिक्ष से अद्भुत नजारे का वीडियो

वाशिंगटन: सोमवार 8 अप्रैल को अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको में रहने वाले करोड़ों लोग पूर्ण सूर्य ग्रहण के दुर्लभ नजारे के गवाह बने। सूर्य ग्रहण की छाया (पाथ ऑफ टोटलिटी) अमेरिका के टेक्सास, ओकलाहमा, मिसौरी, केंटुकी, इलिनॉयस, इंडियाना और न्यू हैंपशायर समेत 15 राज्यों से होकर गुजरी। आसमान में जैसे ही चंद्रमा ने सूरज को ढंका, आसमान में दिन के दौरान अंधेरा छा गया।
इस दौरान लोगों ने सीधी आंखों से सूर्य का कोरोना देखा तो उनके आश्चर्य की सीमा न रही। अमेरिकी शहर इंडियानापोलिस के लिए 800 सालों में ये पहली बार था, जब पूरा शहर ने पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंतरिक्ष से सूर्य ग्रहण कैसा दिखता है? करोड़ों लोगों ने देखा सूर्य ग्रहणसूर्य ग्रहण के दौरान इसकी छाया पृथ्वी के जिस हिस्से से होकर गुजरती है उसे पाथ ऑफ टोटलिटी कहते हैं। सोमवार को यह 180 किलोमीटर से ज्यादा चौड़ी पट्टी के रूप में मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा से गुजरी। इस दौरान इस क्षेत्र में रहने वाले 3.16 करोड़ लोगों और पाथ ऑफ टोटलिटी के 322 किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले 15 करोड़ लोगों ने इस घटना को देखा। वहीं, दुनिया भर से करोड़ों लोगों ने इस घटना का आनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए दीदार किया। धरती पर धब्बे जैसा नजर आया सूर्य ग्रहण
स्पेसएक्स के सीईओ और अरबपति एलन मस्क ने सूर्य ग्रहण एक वीडियो शेयर किया है कि अंतरिक्ष से सूर्य ग्रहण किस तरह दिखता है। एलन मस्क ने जो वीडियो शेयर किया है, उसमें सूर्य ग्रहण पर पृथ्वी की सतह पर एक गहरे काले धब्बे की तरह दिख रहा है। ये दृश्य उससे बहुत अलग है, जैसा हम धरती पर रहते हुए सूर्य ग्रहण को देखते हैं।
नासा ने किया था लाइव टेलीकास्टअमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने अपने यूट्यूब चैनल पर पूर्ण सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण किया था। नासा ने लाइव टेलीकास्ट के दौरान दिखाया कि सूर्य ग्रहण अंतरिक्ष से किस तरह दिखता है। नासा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है। ये वीडियो अंतरिक्ष में पृथ्वी की कक्षा में मौजूद अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से लिया गया है। इस वीडियो में अद्भुत दृश्य दिखाई दे रहा है कि किस तरह सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा की छाया पृथ्वी के बड़े हिस्से पर पड़ने से वहां पूरी तरह अंधेरा हो गया है।
क्यों होता है सूर्य ग्रहण?सूर्य ग्रहण उस खगोलीय घटना को कहते हैं जब चंद्रमा अपने पथ पर बढ़ते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। इससे सूर्य कुछ देर के लिए चंद्रमा के पीछे छिप जाता है और उसका प्रकाश धरती पर नहीं पहुंचता। परिणामस्वरूप धरती के जिस हिस्से पर चंद्रमा सूर्य का प्रकाश रोकता है, उस जगह अंधेरा छा जाता है। इसके तीन प्रकार होते हैं। आंशिक ग्रहण, वलयाकार ग्रहण और पूर्ण सूर्य ग्रहण। 8 अप्रैल को जो हुआ वह पूर्ण सूर्य ग्रहण था। यह तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक से गुजरते हुए सूर्य की सीध में आ जाता है। पृथ्वी के करीब होने की वजह से चंद्रमा का आकार बड़ा दिखाई देता है और यह सूर्य को पूरी तरह से ढंक लेता है।

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