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Chandra Grahan: होली के दिन 100 साल बाद लगने जा रहा चंद्र ग्रहण, जानें समय, भारत में दिखाई देगा या नहीं?

वॉशिंगटन: भारत के कुछ हिस्सों में 25 मार्च को होली मनाई जाएगी। इस दिन 100 साल बाद चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण को पूरी दुनिया में महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना जाता है। विभिन्न संस्कृतियों में भी चंद्र ग्रहण को लेकर अलग-अलग तरह की मान्यताएं हैं। साल 2024 में कुल दो चंद्र ग्रहण लगेंगे। इनमें से पहला चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, जो 25 मार्च 2024 को लगेगा।
दूसरा चंद्र ग्रहण आंशिक होगा, जो 18 सितंबर 2024 को लगेगा। ऐसे में जानें कि 25 मार्च तो लगने वाले चंद्र ग्रहण की टाइमिंग क्या है। क्या यह भारत में दिखाई देगा या नहीं। चंद्र ग्रहण क्या है?चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसने हमेशा से ही लोगों का आकर्षित किया है। ग्रहण पर वैज्ञानिकों के साथ-साथ धर्म के विद्वानों की भी पैनी नजर होती है। चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। यह घटना केवल पूर्णिमा के दौरान ही हो सकती है, जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा लगभग पूरी तरह से एक रेखा में आ जाते हैं। चंद्र ग्रहण मुख्यत तीन प्रकार के होते हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण:
इस दौरान पृथ्वी, सूर्य के प्रकाश को चंद्रमा तक पहुंचने से पूरी तरह से रोक देती है। इससे पृथ्वी के वायुमंडल में सूर्य के प्रकाश के बिखरने के कारण चंद्रमा गहरा लाल (रक्त चंद्रमा) दिखाई देता है। आंशिक चंद्र ग्रहण: आंशिक चंद्रग्रहण उस स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी पूरी तरह नहीं आती है। इस वजह से पृथ्वी पूरे चंद्रमा को ढक नहीं पाती है। पृथ्वी की कुछ छाया चंद्रमा के कुछ हिस्से को ढक पाती है। इसलिए इसे आंशिक चंद्रग्रहण कहा जाता है। उप छाया चंद्र ग्रहण: खंडछायायुक्त चंद्रग्रहण हमेशा आंशिक चंद्रग्रहण से शुरू होता है। इस दौरान पृथ्वी की बाहरी छाया चंद्रमा के चेहरे पर पड़ती है। इसे देखना बहुत मुश्किल होता है। भारत में चंद्र ग्रहण की टाइमिंग क्या हैSpace.com के मुताबिक, 25 मार्च को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। यह भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार, सुबह 10.24 मिनट पर शुरू होगा। यह 12:43PM पर चरम पर होगा और 3:01PM पर खत्म हो जाएगा। दुर्भाग्य से यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, क्योंकि उस वक्त चंद्रमा क्षितिज के नीचे होता है। इसके बजाए यह उप छाया चंद्र ग्रहण यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।

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