Hero Image

रूस और पाकिस्तान दोस्ती जिंदाबाद... जिन्ना के देश की तारीफ क्यों कर रहा भारत का सबसे करीबी दोस्त?

इस्‍लामाबाद: भारत के सबसे करीबी दोस्‍त रूस ने आतंक‍िस्‍तान बन चुके पाकिस्‍तान के साथ दोस्‍ती की जमकर तारीफ की है। पाकिस्‍तान में रूस के दूतावास ने एक ट्वीट करके दोनों देशों के बीच दोस्‍ती को याद किया है। रूसी दूतावास ने बताया कि आज के दिन 76 साल पहले सोव‍ियत संघ और पाकिस्‍तान के बीच राजनयिक संबंध स्‍थापित हुए थे। हमारा पाकिस्‍तान के साथ सहयोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
रूस और पाकिस्‍तान के बीच व्‍यापार ऐतिहासिक रूप से 1 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। रूस ने कहा कि हम इस दोस्‍ती को दोनों देशों की जनता के बीच और ज्‍यादा बढ़ाने को लेकर आशान्वित हैं। रूसी दूतावास ने लिखा, 'रूस-पाकिस्‍तान दोस्‍ती जिंदाबाद।' रूस और भारत के धुर विरोधी पाकिस्‍तान के बीच संबंधों को लेकर पुत‍िन सरकार का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दोनों देशों के बीच अफगानिस्‍तान को लेकर काफी सहयोग चल रहा है। यही नहीं रूस ने पाकिस्‍तान को सस्‍ते दाम पर तेल और गेहूं की सप्‍लाई की है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ान को लेकर भी पिछले दिनों बातचीत हुई थी। हालांकि पिछले दिनों चावल को लेकर दोनों देशों के बीच रिश्‍ते में तकरार भी देखने को मिली थी। रूस ने पाकिस्‍तान को चेतावनी दी थी।
रूस के साथ दोस्‍ती बढ़ा रहा है पाकिस्‍तान रूस ने पाकिस्‍तान से चावल का आयात किया था। पाकिस्‍तान चाहता है कि भारत के सबसे करीबी दोस्‍त को अपने पाले में लाया जाए। यही नहीं पाकिस्‍तान चाहता है कि रूसी पर्यटक आएं और उनकी कमाई बढ़े। पाकिस्‍तान चाहता है कि रूस उसे ब्रिक्‍स में शामिल करे लेकिन भारत के विरोध की वजह से पुतिन पाकिस्‍तान को शामिल करने से बच रहे हैं। वहीं चीन का रूस पर दबाव है कि वह पाकिस्‍तान को भी ब्रिक्‍स में शामिल करें। रूस ने पिछले दिनों पाकिस्‍तान को करीब 1 लाख बैरल तेल की सप्‍लाई की थी। साल 2020 में पाकिस्‍तान ने रूस के साथ लंबे समय से चले आ रहे व्‍यापार विवाद को दूर क‍िया था और 93.5 म‍िलियन डॉलर का भुगतान किया था। यह पैसा सोवियत यूनियन के जमाने से फंसा हुआ था। इस दोस्‍ती के बाद भी रूस ने पाकिस्‍तान को घातक हथियार बेचने पर रोक लगा रखी है। भारत रूसी हथियारों का सबसे बड़ा खरीदार है। हालांकि साल 2014 में रूस ने पाकिस्‍तानी आर्मी को कुछ हथियार बेचने को मंजूरी दे दी थी। सोवियत जमाने से ही भारत और रूस करीबी सहयोगी देश रहे हैं। पाकिस्‍तान शीत युद्ध के समय में अमेरिका के खेमे में था और भारत सोवियत संघ के करीब था। हालांकि अब पाकिस्‍तान रूस से दोस्‍ती बढ़ा रहा है। इसको देखते हुए विशेषज्ञ भारत को सतर्क रहने की सलाह देते हैं।

READ ON APP