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पाकिस्तान और ईरान पर भड़का तालिबान, लगाया इस्लामिक स्टेट को मदद का आरोप, पाक एक्सपर्ट ने खोली पोल

इस्लामाबाद: अफगानिस्तान मे सत्तारूढ़ तालिबान ने अपने दो पड़ोसी देशों पर बड़ा इल्जाम लगाया है। तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान और ईरान आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट को मदद कर रहे हैं। ऐसा करके पाकिस्तान और ईरान की कोशिश अफगानिस्तान में आतंक को बढ़ावा देने और तालिबान को कमजोर करने की है। तालिबान सरकार में विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के हवाले से पाकिस्तान और ईरान पर ये आरोप लगाए गए हैं।
पाकिस्तान के यूट्यूबर और राजनीतिक टिप्पणीकार कमर चीमा ने इस पर अपनी राय जाहिर की है।कमर चीमा ने अपने वीडियो में कहा कि अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच फिर से तनातनी दिख रही है। आतंकी संगठन टीटीपी को लेकर दोनों में तनातनी पहले से ही है। पाकिस्तान कहता रहा है कि तालिबान की मदद से ही टीटीपी उनकी जमीन पर हमले करती रही है। पाकिस्तान टीटीपी की बात कर रहा था और तालिबान ने उस पर इस्लामिक स्टेट को मदद का आरोप लगा दिया। तालिबान ने अपनी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर ये इल्जाम लगाए हैं।
अफगानिस्तान से पाकिस्तान को भारी नुकसानकमर चीमा ने कहा कि कई एक्सपर्ट ये कहते रहे हैं कि भारत के मुकाबले अफगानिस्तान से पाकिस्तान को ज्यादा नुकसान हुआ है। भारत एक देश है और उससे बात की जा सकती है लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान नॉन स्टेट एक्टर की तरह बैठे हैं। वो किसी की नहीं सुनते हैं। पाकिस्तान चीनियों पर हमलों को लेकर परेशान हैं। यहां तक कि चीन से भी तालिबान पर दबाव बनाने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने किसी की भी नहीं सुनी है। ऐसे में लगता है कि अफगानिस्तान के बारे में पाकिस्तान की सोच ठीक नहीं रही है।
कमर चीमा ने कहा कि अफगानिस्तान दुनियाभर के आतंकी संगठनों की पनाहगाह बना हुआ है। बड़ी तादाद में वहां मिलिटेंट हैं और उनको लड़ने के अलावा कुछ नहीं आता है। ऐसे में वह अपनी हरकते करते रहते हैं। इसके चलते आज पाकिस्तान के सामने एक क्राइसिस है। आज शायद पाकिस्तान को समझ नहीं आ रहा है कि उसको करना क्या है। पाकिस्तान की आर्मी बड़ी बातें तो कर रही है लेकिन कोई ठोस तरीका उसको नहीं मिल रहा है।

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