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इजरायल संग संघर्ष बढ़ा तो ईरान के लिए खड़ी होगी बड़ी मुश्किल, नेतन्याहू के निशाने पर परमाणु ठिकाना, समझें खतरा

तेल अवीव: इस महीने की शुरुआत में सीरिया में ईरान के दूतावस पर हुए हमले में उसके कई सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। इसके बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही और 13-14 अप्रैल की रात को इजरायल पर 300 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन से हमला किया। इसके पांच दिन बाद 19 अप्रैल को इजरायल ने तेहरान पर जवाबी अटैक किया। इस हमले की जद में मध्य ईरान के शहर नटान्ज का डिफेंस सिस्टम भी आया।
ये हमला नटान्ज न्यूक्लियर साइट स्थल के पास किया गया। ईरान के असाधारण हमले के बाद इजरायल की प्रतिक्रिया में कई संदेश भी छुपे हुए थे।यरुशलम पोस्ट में नागल फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के वरिष्ठ फेलो जनरल जैकब नागल लिखते हैं कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खुमैनी उम्मीद नहीं थी कि इजरायल की ओर से इस तरह की जवाबी कार्रवाई होगी। इजरायल के हमले ने ईरान की रक्षा क्षमताओं की कमजोरियों को उजागर किया। इजरायल के पास बहुस्तरीय रक्षा प्रणाली शामिल है। इसमें एरो, डेविड स्लिंग, आयरन डोम, पैट्रियट, इंटरसेप्टर विमान शामिल हैं।
उसने इसकी मदद से इजरायल के हमलों को नाकाम किया और उसे बहुत कम क्षति हुई। वहीं इजरायल की मिसाइलें ईरान की न्यूक्लियर साइट के करीब तक पहुंचीं। इजरायल का संदेश साफ है कि वह संघर्ष बढ़ने पर ईरान की न्यूक्लियर साइट को निशाना बना सकता है। इजरायल बना सकता है न्यूक्लियर साइट को निशानाइजरायल की जवाबी कार्रवाई में ईरानी रक्षा बुनियादी ढांचा निशाने पर था। रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने रक्षा प्रणालियों पर हमला करने वाली मिसाइलें लॉन्च कीं। इससे ईरानियों और रूसियों को पता चला कि उनकी रक्षा प्रणालियां अजेय नहीं हैं और वे स्वयं की रक्षा करने में भी सक्षम नहीं हैं।
इजरायल ने ईरानी परमाणु सुविधाओं या उनके समर्थन बुनियादी ढांचे को निशाना नहीं बनाया लेकिन जिन क्षेत्रों पर हमला किया गया वे यूरेनियम भंडारण स्थल सहित महत्वपूर्ण रणनीतिक परमाणु सुविधाओं के पास थे। इसमें ए स्पष्ट संदेश था ति आपकी सुरक्षा भेद्य है और अगली बार लक्ष्य आपका परमाणु बुनियादी ढांचा हो सकता है। रिपोर्ट कहती है कि ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय अराजकता का फायदा उठाने से रोकने के लिए भी काम करना महत्वपूर्ण है। पिछले कुछ वर्षों में ईरान ने इज़रायल के चारों ओर एक रिंग ऑफ फायर बनाया है।
इसमें गलत अनुमानों के कारण कई दरारे आ गई हैं। इजरायल को इस गति का लाभ उठाना चाहिए और एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाते समय इसे नष्ट करना शुरू करना चाहिए।

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