Hero Image

चांद पर लाखों साल पहले कैसे बना 22 किलोमीटर का गड्ढा? 'दूसरे चंद्रमा' का वैज्ञानिकों ने किया खुलासा, जानें

वॉशिंगटन: पृथ्वी का सिर्फ एक ही चंद्रमा है। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक एस्टेरॉयड खोजा है जिसे दूसरा चंद्रमा कहा जा रहा है। क्योंकि यह चंद्रमा से ही आया है। वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर मॉडल के इस्तेमाल से यह निष्कर्ष निकाला है। इसके मुताबिक यह एस्टेरॉयड चंद्रमा के सुदूर हिस्से जिओर्डानो ब्रूनो क्रेटर से आया है जो चांद पर बना 22.5 किमी चौड़ा गड्ढा है।
निकट पृथ्वी एस्टेरॉयड HJ03 को कामो ओलेवा के नाम से भी जाना जाता है। 2016 में इसे खोजा गया था। आमतौर पर निकट पृथ्वी एस्टेरॉयड (NEA) मंगल और बृहस्पति के बीच बंद मुख्य एस्टेरॉयड बेल्ट से आते हैं। लेकिन कामो ओलेवा बाकियों से अलग है।यह लगभग 130 से 330 फीट चौड़ा है। इसकी खोज 2016 में Pan-STARRS ने की थी। यह हवाई में मौजूद NEO को खोजने और ट्रैक करने के लिए डिजाइन की गई दूरबीनों की एक श्रृंखला है। वर्तमान में लगभग 250,000 NEA ज्ञात हैं। कामो ओलेवा पृथ्वी का एक अर्ध उपग्रह है, क्योंकि यह वास्तव में सूर्य की परिक्रमा करने के बावजूद पृथ्वी का चक्कर लगाता हुआ प्रतीत होता है।
एक्सप्रेस यूके की रिपोर्ट के मुताबिक लाखों साल पहले जब यह चट्टान चंद्रमा से टकराई तो इसका व्यास लगभग 1 किमी था। चंद्रमा पर टक्कर से बना गड्ढानेचर एस्ट्रोनॉमी में इस सप्ताह प्रकाशित एक पेपर के अनुसार यह एस्टेरॉयड चंद्रमा के दूर स्थित जिओर्डानो ब्रूनो क्रेटर से आता है। क्रेटर 22 किमी चौड़ा है जो चंद्रमा की सतह पर अपने आकार का सबसे नया या बड़ा क्रेटर माना जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस क्रेटर का निर्माण 10 लाख से 1 लाख साल के बीच एक किमी चौड़ी चट्टान के चंद्रमा पर टकराने के कारण हुआ था।
शोधकर्ताओं ने सिमुलेशन के जरिए एक मॉडल बनाया, जिससे कामो ओलेवा के आकार की कोई चीज बाहर निकल सकती है। चंद्रमा का टुकड़ायह पहली बार नहीं है जब चंद्रमा को कामो ओलेवा के स्रोत के रूप में बताया गया है। 2021 में एरिजोना यूनिवर्सिटी के खगोलविदों की एक टीम ने एरिजोना की एक विशाल दूरबीन के इस्तेमाल से सुझाव दिया था कि यह चंद्रमा का एक टुकड़ा हो सकता है। पिछले साल एक अन्य शोध दल ने यह पता लगाने के बाद सहमति जताई थी कि चंद्रमा पर हुई लाखों सालों की टक्कर से कामो ओलेवा की तरह अन्य चट्टानें ने भी अपना रास्ता खोजा होगा।
चंद्रमा पूरी तरह गड्ढों से भरा है, जो एस्टेरॉयड या उल्कापिंडों के कारण बने हैं।

READ ON APP