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बिना राम के दर्शनों के हनुमान जयंती का नहीं मिलेगा फल, वीडियो में कीजिये राम लल्ला के लाइव दर्शन और आरती

अयोध्या न्यूज डेस्क् !!! हिंदू धर्म में हनुमान जयंती का त्योहार पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। श्रीराम के भक्त हनुमान जी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इसलिए हनुमान जयंती 23 अप्रैल, मंगलवार को मनाई जा रही है। हनुमान जयंती पर भक्त व्रत रखते हैं और उनकी पूजा करते हैं। राम अयोध्या के हृदय में विराजमान हैं।

पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद हनुमान ने राजद्वार के सामने एक ऊंचे टीले पर अपना निवास स्थान बनाया था। तब से वह यहीं रहे। भक्तों का मानना है कि आज भी हनुमान अमरता का वरदान लेकर यहां सूक्ष्म रूप से विद्यमान हैं।

हिंदू धर्म में हनुमान जयंती का त्योहार पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। श्रीराम के भक्त हनुमान जी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इसलिए हनुमान जयंती 23 अप्रैल, मंगलवार को मनाई जा रही है। हनुमान जयंती पर भक्त व्रत रखते हैं और उनकी पूजा करते हैं।

इस दौरान देशभर में धार्मिक आयोजन होते हैं। बजरंगबली की कृपा पाने के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन हनुमान भक्त विधि-विधान से पूजा करते हैं। जिससे उनके कष्ट दूर हो जाएं और मनोकामनाएं पूरी हो जाएं।

आपको बता दें कि हनुमान जयंती पर पूजा करने के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन जरूर करना चाहिए ताकि बजरंगबली की कृपा बरसती रहे। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जयंती पर कुछ नियमों का ध्यान रखना जरूरी है। दरअसल पांच ऐसे काम हैं जिन्हें हनुमान जयंती के दिन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। आइए धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

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