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कैप्टन अरमिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने जताई चुनाव लड़ने की इच्छा, यहां से लड़ना चाहती है चुनाव

चंडीगढ़ (पंजाब): आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर तेज होती सरगर्मियों के बीच पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अरमिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है।

उन्होंने हाल ही में बीजेपी जॉइन की थी। परनीत कौर ने गुरुवार को कहा कि पटियाला उनका घर हैं और वह यहीं से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं।

कांग्रेस के टिकट पर पटियाला से चार बार संसद की सीढ़ियां चलने वाली परनीत कौर की इस क्षेत्र में मजबूत पकड़ है।

अगर बीजेपी पटियाला सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा करती है तो यह बीजेपी के राजनीतिक इतिहास में पहली बार होगा। इससे पहले अकाली दल ही गठबंधन में इस सीट पर अपनी प्रत्याशी खड़ा करता रहा है। 

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर की इच्छा है कि वो बीजेपी के टिकट पर पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़े। उन्होंने बताया कि वह पटियाला से चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं। पटियाला मेरा घर है तो मैं यहीं से चुनाव में खड़ा होना चाहूंगी। हालांकि इसका फैसला बीजेपी आलाकमान करेगा।

परनीत कौर पटियाला सीट पर कांग्रेस की टिकट पर चार बार सांसद रही हैं। वह 25 साल से पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ती आ रही हैं। अब उन्होंने फिर से पटियाला से बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। 

पहली बार बीजेपी पटियाला सीट से लड़ेगी चुनाव?

इतिहास में पहली बार बीजेपी पटियाला सीट से चुनाव लड़ सकती है। इससे पहले बीजेपी और अकाली दल के पंजाब में सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ने के दौरान यह सीट सुखबीर बादल की शिरोमणि अकाली दल के पास रही है।  

सूत्रों का कहना है कि परनीत कौर की उम्र 79 वर्ष है, लेकिन उनके लिए भाजपा 75 से अधिक उम्र के प्रत्याशी को चुनाव मैदान में नहीं उतारने की अपनी नीति में भी छूट दे सकती है। पटियाला में उनकी अच्छी पकड़ है। इसी तरह बीजेपी के लिए पटियाला में वह एक मजबूत उम्मीदवार होंगी।

पटियाला कैप्टन परिवार का गढ़

24 वर्षों तक कांग्रेस का हिस्सा रहने के बाद परनीत को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग की शिकायत के आधार पर पिछले साल फरवरी में पार्टी की अनुशासन समिति ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निलंबित कर दिया था। पटियाला के शाही परिवार के वंशज के रूप में कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके परिवार की इस निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पकड़ है।
 
गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद 2021 में अमरिंदर ने विरोध में कांग्रेस छोड़ दी थी। मार्च 2022 के विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की हार के बाद अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भाजपा में विलय कर दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे।

बच्चे जय इंदर कौर और रणिंदर सिंह भी सितंबर 2022 में भाजपा में शामिल हो गए थे। सांसद परनीत कौर भी अब बीजेपी में हैं। इस तरह से अब पूरा शाही परिवार बीजेपी के साथ है। 

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