कहानी अमय पटनायक (अजय देवगन) इनकम टैक्स अफसर है। हद ईमानदार आदमी। वो जो विभाग की गोपनीय बातें अपनी पत्नी से भी शेयर नहीं करता। नियमों का पक्का इंसान है। अमय को एक अज्ञात शख्स का फोन आता है। उसे खबर दी जाती है कि ताऊजी (सौरभ शुक्ला) के पास अकूत अवैध संपत्ति है। ताऊजी राजनेता आदमी हैं। इलाके के बाहुबली हैं। अमय और उसकी टीम ताऊजी के घर व्हाइट हाउस और उनके व्यापारिक ठिकानों पर रेड (छापेमारी) मारने पहुंचती है। समीक्षा एक अच्छी फिल्म अपने-आप में एक इनाम है। राज कुमार गुप्ता ने ‘रेड’ के तौर पर एक मनोरंजक फिल्म बनाई है। रितेश शाह ने एक बेहतरीन स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले लिखी है। फिल्म के कैरेक्टर्स और डालयलॉग्स भी दमदार हैं। ‘रेड’ मनोरंजक होने के साथ ही कमर्शियल फॉरमेट में बनाई गई है। फिल्म में गाने हैं, ट्विस्ट्स हैं, एक्शन सीक्वेंस है। कुल मिलाकर फिल्म में वह सबकुछ है, जो आप देखना चाहते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ ईमानदार लड़ाई फिल्म का हीरो भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ईमानदारी लड़ाई लड़ रहा है। उसकी टीम जमीन खोद-खोद के कालाधन निकाल रही है। नेताजी के घर की छतों, दीवारों, सीढ़ियों से सोने के बिस्कुट निकल रहे हैं। अमय पटनायक के रोल में अजय देवगन ने एक बार फिर अपनी गंभीर अदाकारी का परिचय दिया है। अमय के उसूल और उसकी ईमानदारी अडिग है। कानून और नियम उसकी रगों में दौड़ते हैं। वह पूरे गर्व के साथ लखनऊ इनकम टैक्स विभाग की जिम्मेदारी संभालता है। भारी पड़ते हैं सौरभ शुक्ला फिल्म की कहानी साल 1981 की दिखाई गई है। सौरभ शुक्ला ने फिल्म ने मुख्य विलेन का किरदार निभाया है और ताऊजी के रोल में उन्होंने गजब छाप छोड़ी है। ताऊजी इलाके के बाहुबली हैं और उन्हें अपनी राजनीतिक ताकत पर बहुत भरोसा है। वह रेड रुकवाने के लिए प्रधानमंत्री तक से जा मिलते हैं। दूसरे भाग में अधिक मेलोड्रामा फिल्म का हीरो जहां न्याय और सच्चाई के लिए लड़ रहा है, वहीं विलेन सत्ता की ताकत की चकाचौंध में है। दोनों का टकराव देखने लायक है। हालांकि, कई मौकों पर आप यह आसानी से जान लेते हैं कि आगे क्या होने वाला है। फिल्म के दूसरे भाग में थोड़ा अधिक मेलोड्रामा है। फिल्म में सौरभ शुक्ला ने ताऊजी के किरदार में जान डाल दी है। ताऊजी के कैरेक्टर का हर अंदाज पर्दे पर छाप छोड़ता है। अजय की जबरदस्त इन्टेंस एक्टिंग अजय देवगन ने वही किया है, जिसके लिए वो पहचाने जाते हैं। गंभीर अदाकारी, आंखों से बातें। इन्टेंस एक्टिंग में उनका कोई सानी नहीं है। इलियाना डी’क्रूज और अमित सियाल सपोर्टिंग रोल में जम रहे हैं। 85 साल की उम्र में पुष्पा जोशी ने ताऊजी की मां के किरदार में जबरदस्त काम किया है। भावनाओं से जुड़ती है ‘रेड’ बतौर डायरेक्टर राज कुमार गुप्ता ने फिल्म के साथ न्याय किया है। हालांकि, अंतिम 10 मिनट थोड़े सतही लग सकते हैं। अमित त्रिवेदी और तनिष्क बागची का संगीत लुभाता है। ‘रेड’ कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों की भावनाओं से जुड़ती है। देखिए, ‘रेड’ का ट्रेलर
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