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World Hemophilia Day: बिना किसी कारण के नाक से आता है खून? इस जानलेवा बीमारी की गिरफ्त में हो सकते हैं आप

​कैलेंडर की 17 अप्रैल की तारीख 'वर्ल्ड हीमोफीलिया डे' के लिए समर्पित है। हर साल इस दिन दुनिया भर में हीमोफीलिया और अन्य वंशानुगत रक्तस्राव विकारों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। इस वर्ष के विश्व हीमोफीलिया दिवस की थीम 'सभी के लिए समान पहुंच: सभी रक्तस्राव विकारों को पहचानना' रखी गई है। हीमोफीलिया क्या है, इसके लक्षण क्या हैं, और इससे कैसे बचा जा सकता है।
ऐसे तमाम सवालों के जवाब आइए एक-एक करके जानते हैं।
hemophilia क्या है? सीधे और सरल शब्दों में समझें तो हीमोफीलिया एक आनुवंशिक बीमारी है जो मुख्यत: हमारे खून को प्रभावित करती है। इस बीमारी से ग्रसित इंसान के खून में सक्रिय रूप से थक्के नहीं बन पाते हैं। परिणाम स्वरूप चोट लगने जैसी स्थिति में उसके खून का बहाव नहीं रुकता है और कई बार मरीज की जान चली जाती है। दुनियाभर में 10000 लोगों में से 1 इससे प्रभावित होता है।
भारत में हीमोफीलिया भारत में इससे बहुत कम लोग ही ग्रसित हैं लेकिन फिर भी इसके खतरे को अनदेखा नहीं किया जा सकता। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट के मुताबिकअनुमान है कि भारत में 80,000-100,000 गंभीर हीमोफिलिया के मामले हैं। हालांकि, हीमोफीलिया फेडरेशन इंडिया (HFI) में पंजीकृत मामलों की कुल संख्या सिर्फ 19,000 है।
अनुवांशिक होती है यह बीमारी​ ​
हीमोफीलिया के लक्षण सामान्य चोट और गहरी चोट लग जाने के बाद खून का लगातार बहते रहना, मल/मूत्र में ब्लड दिखना, जोड़ों में दर्द, जकड़न, बिना किसी कारण के नाक से खून बहना, कंधे या घुटने पर गांठ बनना, लंबे समय तक तेज सिरदर्द रहना, और अत्यधिक थकान महसूस होना हीमोफीलिया के कुछ बड़े लक्षण हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये जानलेवा हो सकते हैं।
हीमोफीलिया का इलाज एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर हीमोफीलिया के लक्षणों को शुरुआत में ही पहचान लिया जाए तो इलाज संभव है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, दवाओं के अलावा हीमोफीलिया का इलाज मिसिंग ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर को हटाकर किया जा सकता है।
हेल्दी डाइट मददगार हीमोफीलिया के मरीजों को उनकी डाइट में कुछ विशेष चीजों को शामिल करने की सलाह दी जाती है, जो रक्तस्त्राव को नियंत्रित और खून के क्लॉटिंग को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थ हीमोफीलिया के मरीजों को जरूर खाने चाहिए। डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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