Kota में भीषण दावानल की भेंट चढ़ी एक के बाद एक 10 दुकानें! 6 दमकलों ने एक घंटे में पाया काबू, जाने कैसे लगी आग ?
महावीर नगर थाना क्षेत्र के केशवपुरा चौराहे पर स्थित एक बूचड़खाने में सोमवार देर रात भीषण आग लग गई, जिससे हड़कंप मच गया। आग इतनी भीषण थी कि इसकी लपटें केशवपुरा फ्लाईओवर तक दिखाई दे रही थीं। आग में बूचड़खाने की करीब 10 दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। इनमें एक ढाबा, हार्डवेयर की दुकान, मैकेनिक की दुकान, मोबाइल की दुकान, बैंड-बाजा की दुकान सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शामिल हैं। प्रत्यक्षदर्शी श्याम पेशवानी ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि ऐसा लग रहा था जैसे दुकान के अंदर बारूद रखा हो। उन्होंने बताया कि रात को अचानक तेज धमाके सुनाई दिए और कुछ ही देर में आग की लपटें आसमान तक पहुंच गईं। आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था।
आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए लगातार पानी की बौछार की गई। इसके बावजूद करीब आधे घंटे तक लपटें उठती रहीं। उन्होंने बताया कि बूचड़खाने के अंदर रखा अधिकतर सामान पूरी तरह जल गया है। आग लगने के कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आग से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। पुलिस व प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि शॉर्ट सर्किट, गैस सिलेंडर या किसी अन्य कारण से आग लगने की आशंका है, लेकिन सही कारण जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
अगर समय पर दमकल पहुंच जाती तो कम होता नुकसान
मेन तलवंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष मुकेश भटनागर ने दमकल विभाग पर आरोप लगाया है कि उन्हें आग लगने की सूचना तुरंत दे दी गई थी, लेकिन करीब 20 मिनट तक एक भी दमकल गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची। अगर दमकल मौके पर पहुंच जाती तो इस आग से सिर्फ दो या तीन दुकानें ही प्रभावित होती, लेकिन दमकल के देरी से पहुंचने के कारण आग फैलती चली गई। जिससे दुकानदारों को काफी नुकसान हुआ है।सभी व्यापारी जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानों का बीमा नहीं करवाया है उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।