Baran में तेज बारिश बनी कहर, तेज बहाव में बह गई कार और 17 वर्षीय किशोर, प्रशासन ने गर्ल्स हॉस्टल को कराया खाली

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मंगलवार को बाणगंगा नदी में तैरने गए पांच किशोरों में से एक डूब गया। नदी में बाढ़ आने के बाद चार-पांच बच्चे नावों के साथ तैर रहे थे। इसी दौरान नाव फिसल गई और बाकी बच्चे पानी से बाहर निकल आए। नाव को पकड़ने की कोशिश में अमरपुरा मोहल्ला निवासी निहाल सिंह (17) पुत्र कुलदीप नदी में बह गया। कुलदीप के डूबने वाली जगह पर नदी में दीवार बनी हुई थी, जिससे पानी का बहाव तेज हो गया।सूचना मिलने पर सुरक्षा अधिकारी सौरभ भांभू, तहसीलदार नरोत्तम मीणा, अधिशासी अधिकारी भावेश रजक और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस मुख्य आरक्षी कमलेश खांडे ने बताया कि डूबे हुए लड़के की पहचान कुलदीप के रूप में हुई है। सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि बचाव दल बारां से रवाना हो गया है। नदी में बहे लड़के की तलाश बुधवार सुबह शाम शुरू होगी। कार पानी में बह गई

केलवाड़ा क्षेत्र में सोमवार रात भारी बारिश के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया। श्योपुर-गुना में स्टेट हाईवे 23 पर हथवारी बाईपास के पास पानी के तेज़ बहाव में एक कार बह गई। कार में दो मासूम बच्चियों समेत छह लोग सवार थे। हादसे की सूचना मिलने पर केलवाड़ा थाने के कांस्टेबल मनोज बिश्नोई और एक आदिवासी युवक मिथुन ने बहादुरी दिखाते हुए छह लोगों की जान बचाई। कार में सवार शोएब, यूनिस, सोनिया मंसूरी, अंजुमन, आठ साल की आयरा और डेढ़ साल की अरीना कोटा से नाहरगढ़ लौट रहे थे। रास्ते में भारी बारिश के कारण उनकी कार पानी से भरी पुलिया में बह गई।

कुछ लड़कियों को घर भेज दिया गया, जबकि अन्य को अटल सेवा केंद्र छात्रावास में भेज दिया गया।भंवरगढ़ क्षेत्र के घट्टी गाँव स्थित सहरिया राजकीय बालिका छात्रावास को भारी बारिश के कारण खाली करा लिया गया। शुरुआत में सभी लड़कियों को घट्टी स्थित अटल सेवा केंद्र छात्रावास में ले जाया गया। वहाँ से कुछ अभिभावक अपनी बेटियों को घर ले गए।खबरों के अनुसार, भारी बारिश के कारण उप जिला निदेशक जब्बर सिंह ने छात्रावास की स्थिति का निरीक्षण किया। कुछ लड़कियों को उनके अभिभावकों के पास और कुछ को अटल सेवा केंद्र छात्रावास में भेज दिया गया। ग्राम विकास अधिकारी रामलाल सहरिया ने बताया कि तीन लड़कियों को अटल सेवा केंद्र छात्रावास में ठहराया गया है। संचालिका और केयरटेकर उनके साथ रह रहे हैं। बताया गया है कि बाकी लड़कियों को उनके अभिभावक अपने गाँव ले गए हैं।