किडनी स्वास्थ्य के संकेत: त्वचा में बदलावों पर ध्यान दें

Hero Image
किडनी का महत्व

किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो अपशिष्ट और तरल पदार्थों को यूरीन के माध्यम से बाहर निकालने का कार्य करती है। यह शरीर में साल्ट, पोटेशियम और एसिड के स्तर को संतुलित रखने में भी मदद करती है। इसके अलावा, किडनी से निकलने वाले हार्मोन अन्य अंगों के सही कार्य में सहायक होते हैं।


किडनी की खराबी के संकेत

किडनी की सेहत का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि किडनी में खराबी आ जाती है, तो इसके शुरुआती लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है। कई लोग नहीं जानते कि त्वचा में होने वाले परिवर्तन भी किडनी की समस्याओं का संकेत हो सकते हैं।


त्वचा में रूखापन

जब त्वचा खुरदुरी, परतदार या फटी हुई दिखती है, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, यदि त्वचा में रूखापन और खुजली दोनों हैं, तो यह एडवांस किडनी रोग का संकेत हो सकता है। ऐसे में किडनी की जांच करवाना आवश्यक है।


त्वचा का रंग बदलना

किडनी रक्त को फ़िल्टर करती है, लेकिन जब यह ठीक से काम नहीं करती, तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। यह स्थिति क्रॉनिक किडनी बीमारी का संकेत हो सकती है, जिससे किडनी रक्त को सही तरीके से साफ नहीं कर पा रही है।


सूजन आना

यदि पैरों, हाथों, चेहरे या तलवों में सूजन दिखाई देती है, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। किडनी का कार्य शरीर से तरल पदार्थ और नमक को बाहर निकालना है। जब यह कार्य सही से नहीं होता, तो तरल पदार्थ शरीर में जमा हो जाता है, जिससे सूजन होती है।


रैशेज निकल आना

किडनी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। यदि यह कार्य ठीक से नहीं होता, तो शरीर पर रैशेज दिखाई देने लगते हैं। यदि किसी के शरीर पर अधिक रैशेज हैं, तो यह किडनी की गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।


स्किन में कैल्शियम जमा होना

किडनी शरीर में मिनरल्स जैसे सोडियम और फॉस्फेट का संतुलन बनाए रखती है। जब यह संतुलन बिगड़ता है, तो त्वचा में कैल्शियम जमा होने लगता है। इससे कोहनी, घुटनों और उंगलियों के जोड़ों पर गांठें बन सकती हैं।


डॉक्टर से संपर्क करें

यदि आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। जल्दी उपचार कराने से किडनी की स्थिति और खराब होने के जोखिम को कम किया जा सकता है।