पाकिस्तान को भारत की सख्त चेतावनी: नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम उल्लंघन बर्दाश्त नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार को दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई। यह बातचीत पाकिस्तान की सेना द्वारा किए जा रहे लगातार और बिना उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघनों को लेकर हुई, जिसमें भारत ने कड़ा ऐतराज जताया और सख्त चेतावनी दी।
पारगवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी
अब तक पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन केवल नियंत्रण रेखा (LoC) तक सीमित थे। लेकिन सोमवार देर रात स्थिति उस समय गंभीर हो गई जब पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के पारगवाल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर गोलीबारी की। इसके तुरंत बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अतिरिक्त जवान तैनात किए।
सेना और नौसेना अलर्ट पर, वायुसेना की गतिविधियां सीमित
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना संभावित भारतीय कार्रवाई के लिए सतर्क है। पाकिस्तानी सेना और नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है, जबकि वायुसेना ने अपने उड़ान अभियानों को 50% तक घटा दिया है। केवल जरूरी मिशन ही जारी रखे जा रहे हैं ताकि हवाई क्षेत्र में भ्रम की स्थिति न बने।
पाकिस्तानी मंत्री ने दी युद्ध की आशंका की संकेत
एक पाकिस्तानी मंत्री के हवाले से कहा गया है कि उनकी सेना को अगले 24 से 36 घंटों के भीतर भारत से किसी सैन्य कार्रवाई की आशंका है। यह बयान दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है, खासकर 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद से।
राजौरी, जम्मू और कश्मीर के अन्य इलाकों में भी फायरिंग
नियंत्रण रेखा पर भी पाकिस्तान की ओर से फायरिंग जारी है। राजौरी जिले के नौशेरा और सुंदरबनी सेक्टर, जम्मू के अखनूर सेक्टर तथा कश्मीर के बारामुला और कुपवाड़ा जिलों से भी गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। भारत ने इन घटनाओं को लेकर गंभीरता से संज्ञान लिया है।
26 लोगों की जान ले चुका है पहलगाम हमला
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। हमलावरों ने बाइसारन के घास के मैदान में पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इसके बाद से पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
DGMO को दी गई ग्राउंड रिपोर्ट
भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि सीमा पर तैनात जवानों ने DGMO को मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी दी है। इसमें पारगवाल सेक्टर में हुई हालिया फायरिंग और नियंत्रण रेखा के विभिन्न हिस्सों में जारी संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं शामिल हैं।
निष्कर्ष
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान की ओर से हो रहे निरंतर संघर्षविराम उल्लंघनों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा। DGMO स्तर पर हुई बातचीत में भारत ने अपनी चिंता और कड़ा विरोध दर्ज कराया। वर्तमान हालात में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है और अब यह देखना अहम होगा कि आगे क्या रुख अपनाया जाता है।