अमृतसर: जहरीली शराब से 14 की मौत, 6 गंभीर, मुख्य सप्लायर गिरफ्तार
पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की जान चली गई, जबकि 6 लोग अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। अमृतसर पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मजीठा थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और आगे की जांच तेज़ी से जारी है।
यह दर्दनाक घटना सोमवार, 12 मई की रात की बताई जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सभी पीड़ितों ने रविवार, 11 मई की शाम को एक ही स्थान से शराब खरीदी थी। कई पीड़ितों की मौत सोमवार सुबह ही हो गई थी, लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी देर से मिली।
पंजाब सरकार की ओर से सख्त कार्रवाई के निर्देश
अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने जानकारी दी है कि अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पंजाब सरकार ने दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की पूरी छूट दी है। जो भी इस घटना में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गिरफ्तार हुए जहरीली शराब के सप्लायर
डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि जहरीली शराब की सप्लाई से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अस्पताल में अभी 6 लोग भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। यह जहरीली शराब पांच गांवों में वितरित की गई थी। अनुमान है कि सभी पीड़ितों ने एक ही सप्लायर और एक ही स्थान से शराब खरीदी थी। प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता दी जा रही है।
मेडिकल टीमें सक्रिय
साक्षी साहनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि सोमवार रात को प्रशासन को इस त्रासदी की जानकारी मिली थी। तब से मेडिकल टीमें प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की जांच कर रही हैं। जिन लोगों ने शराब पी है, उन्हें एहतियातन अस्पताल भेजा जा रहा है।
मुख्य सप्लायर और किंगपिन हिरासत में
एसएसपी अमृतसर मनिंदर सिंह ने ANI को बताया कि उन्हें सोमवार रात 9:30 बजे नकली शराब से मौतों की सूचना मिली। तुरंत कार्रवाई करते हुए 4 संदिग्धों को पकड़ा गया, जिनमें मुख्य सप्लायर परबजीत सिंह भी शामिल है। पूछताछ के दौरान उसने किंगपिन सप्लायर साहब सिंह का नाम उजागर किया, जिसे भी अब हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि इस शराब को किन कंपनियों से खरीदा गया था।
नकली शराब पर दो केस दर्ज
एसएसपी ने यह भी जानकारी दी कि नकली शराब के सप्लायरों के खिलाफ पंजाब सरकार ने कड़े निर्देश दिए हैं। दो केस दर्ज किए जा चुके हैं और कड़ी धाराओं के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी का सिलसिला जारी है और जल्द ही निर्माणकर्ताओं को भी हिरासत में लिया जाएगा।
पुलिस की गाँव-गाँव जांच
पुलिस और नागरिक प्रशासन की टीमें घर-घर जाकर उन लोगों का पता लगा रही हैं जिन्होंने जहरीली शराब का सेवन किया है, ताकि समय रहते उन्हें इलाज मिल सके और और अधिक जानें न जाएं। इस घटना का प्रभाव पाँच गाँवों में देखा गया है, जहाँ 14 मौतों की पुष्टि हो चुकी है और 6 लोग गंभीर हालत में हैं।