'नमक कम क्यों है…' — हैवान पति ने 5 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी को बेरहमी से पीटा, फिर छत से फेंका, हुई मौत
उत्तर प्रदेश के कासगंज से एक ऐसी हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। एक प्रेग्नेंट महिला, जिसने अपने घर-परिवार के लिए खुशियों के सपने बुन रखे थे, उसे सिर्फ इसलिए अपनी जान गंवानी पड़ी क्योंकि सब्जी में नमक कम था। यह मामला न सिर्फ घरेलू हिंसा की भयावह हकीकत को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कुछ लोगों के लिए इंसानी जान की कोई कीमत नहीं बची।
दरिंदगी की सारी हदें पार — पहले पिटाई, फिर छत से फेंका
यह दर्दनाक मामला ढोलना थाना क्षेत्र के नगला ढक गांव से सामने आया है, जहां 26 वर्षीय ब्रजमाला, जो 5 महीने की गर्भवती थी, को उसके पति ने पहले लात-घूसों से बेरहमी से पीटा, और फिर किसी सामान की तरह छत से नीचे फेंक दिया। महिला दर्द से चिल्लाती रही, लेकिन हैवान पति रामशरण उर्फ रामू का दिल नहीं पसीजा। उसकी सास जब महिला की चीख-पुकार सुनकर पहुंची तो उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान ब्रजमाला ने दम तोड़ दिया।
7 साल पहले हुई थी शादी, 3 साल का बेटा भी है
ब्रजमाला की शादी 7 साल पहले इसी गांव के रहने वाले रामशरण से हुई थी। दोनों का 3 साल का बेटा भी है। पड़ोसियों और परिजनों के अनुसार, शादी के बाद से ही रामशरण अक्सर छोटी-छोटी बातों पर मारपीट करता था। ब्रजमाला के चचेरे भाई ने बताया कि उसकी बहन बहुत सीधी और शांत स्वभाव की थी। वो हमेशा सबका ख्याल रखती थी, लेकिन बदले में उसे कभी सुकून नहीं मिला।
खाने में नमक कम होना बना जानलेवा वजह
जानकारी के अनुसार, बुधवार को खाना परोसते समय रामशरण ने गुस्से में थाली फेंक दी और बोला — “नमक कम क्यों है?” इसके बाद उसने बेकाबू होकर पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। जब उससे भी मन नहीं भरा, तो छत पर ले जाकर उसे नीचे फेंक दिया। ये सब देखकर गांव वाले भी स्तब्ध रह गए। इतने क्रूर व्यवहार की किसी ने कल्पना तक नहीं की थी।
हत्या के बाद गांव से भागा, लेकिन ग्रामीणों ने पकड़वाया
हत्या के बाद रामशरण गांव से बाहर एक खाली मकान में छिप गया, लेकिन ग्रामीणों ने मिलकर उसे ढूंढ निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया। स्थानीय पुलिस ने महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
“बहन को बचाने की बहुत कोशिश की थी” — भाई का दर्द छलका
ब्रजमाला के भाई ने कहा,“हमने कई बार रामशरण को समझाया, उसे प्यार से समझाने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसने बहन के साथ मारपीट की। अब उसने बहन के साथ-साथ उसके पेट में पल रहे बच्चे की भी जान ले ली। ये सिर्फ हत्या नहीं, दो जिंदगियों को बेरहमी से खत्म कर देने वाला अपराध है।”