ईरान में मोसाद का हाई-टेक हमला नाकाम, पकड़ी गई रिमोट कंट्रोल 'स्पाइक मिसाइल लॉन्चर'

अगर इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के पास यह अत्याधुनिक तकनीक न होती, तो शायद ईरान के साथ चल रहे तनावपूर्ण संघर्ष में हालात इजराइल के लिए कहीं ज्यादा मुश्किल साबित होते।
ईरान की खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में कुछ ऐसे हाई-टेक रिमोट कंट्रोल मिसाइल लॉन्चर जब्त किए हैं, जिन्हें इजराइल ने ईरानी एयर डिफेंस को ध्वस्त करने के मकसद से तैनात किया था।
🎯 क्या है ये स्पाइक मिसाइल लॉन्चर?
एक बार लक्ष्य तय करने के बाद यह मिसाइल अपने टारगेट को स्वतः भेदने में सक्षम होती है।
टैंक, बंकर, सैनिक या रडार— सभी इसके निशाने पर होते हैं।
मोसाद ने इसे इतना स्मार्ट बना दिया था कि इन्हें इंटरनेट और ऑटोमेशन के जरिए दूर से ऑपरेट किया जा सके।
🕵️ ईरान ने कैसे पकड़ा ये नेटवर्क?
ईरानी सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में एक ऑपरेशन के तहत देश के अंदर इन स्पाइक लॉन्चर्स को जब्त किया है।
इनका उद्देश्य था– ईरानी एयर डिफेंस को पहले ही चरण में बेसुध करना और वायुसेना के रडार सिस्टम को खत्म कर देना।
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अगर ये लॉन्चर्स सक्रिय रहते, तो इजराइली फोर्सेज को बिना रोकटोक घुसपैठ करने का मौका मिल जाता।
📦 छोटा पैकेट, बड़ा धमाका
ये लॉन्चर्स इतने कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल हैं कि इन्हें किसी इमारत की छत, सुनसान खेत या खंडहरों में छिपाना आसान होता है।
यही वजह है कि इनकी पहचान बेहद मुश्किल हो गई थी।
🌍 सिर्फ ईरान नहीं, कई देशों में इस्तेमाल
मोसाद ने इस तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ ईरान में नहीं, बल्कि कई देशों में दुश्मनों को चुपचाप टारगेट करने के लिए किया है।
ईरान का दावा है कि उसने उन एजेंट्स को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो इन मिसाइलों को ऑपरेट कर रहे थे, और जिनका सीधा संबंध मोसाद से था।
⚔️ टेक्नोलॉजी से लड़ा जा रहा है जंग
इस पूरे घटनाक्रम ने दिखा दिया कि
“अब खुफिया जंग सिर्फ जासूसी तक सीमित नहीं, बल्कि तकनीक और रिमोट वॉरफेयर का युग आ चुका है।”
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