गर्दन का काला पड़ना सिर्फ गंदगी नहीं, हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां

कई बार हम अपनी गर्दन के कालेपन को धूप में झुलसना या सफाई की कमी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यह एक चिकित्सकीय समस्या भी हो सकती है?
दरअसल, गर्दन के आसपास की स्किन का मोटा, सख्त और काला हो जाना एक स्किन कंडीशन है, जिसे Acanthosis Nigricans (एकैन्थोसिस निगरिकन्स) कहा जाता है। और यह अपने आप में एक संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में कुछ गड़बड़ है। आइए जानते हैं किन बीमारियों का हो सकता है यह संकेत।
🔍 काली गर्दन के पीछे हो सकते हैं ये कारण:
1. मोटापा
– मोटापा सिर्फ शरीर पर असर नहीं करता, बल्कि त्वचा पर भी प्रभाव डालता है।
– मोटे लोगों में स्किन पर अतिरिक्त लेयरिंग हो जाती है जिससे पिग्मेंटेशन बढ़ता है और गर्दन काली दिखने लगती है।
2. PCOD या हार्मोनल असंतुलन
– महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD) के चलते हार्मोन गड़बड़ा जाते हैं।
– इससे शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ जाता है, जो स्किन पर असर डालता है और गर्दन काली हो सकती है।
3. डायबिटीज (मधुमेह)
– टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में भी इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता।
– इसका नतीजा भी Acanthosis Nigricans के रूप में सामने आ सकता है।
4. हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
– जब थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती, तो इसका असर त्वचा पर भी दिखता है।
– इसका एक लक्षण भी गर्दन का काला पड़ना हो सकता है।
🧑⚕️ क्या करें अगर गर्दन हो रही है काली?
इसे सिर्फ बाहरी गंदगी या सन टैन समझकर न छोड़ें।
एक बार डॉक्टर से मिलें और ब्लड शुगर, थायरॉइड और हार्मोनल लेवल की जांच जरूर करवाएं।
अगर जल्दी पहचान लिया जाए, तो इस स्थिति को नियंत्रित करना आसान है।
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