ड्रोन के नाम पर अफवाह फैलाना पड़ा भारी, दो महिला यू-ट्यूबर के खिलाफ मुकदमा दर्ज

मेरठ में ड्रोन उड़ने और ड्रोन के ज़रिए रेकी कर चोरी की अफवाहों को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी वीडियो अब पुलिस के रडार पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद मेरठ पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए दो महिला सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर मुकदमा दर्ज किया है। दोनों महिलाओं पर आरोप है कि उन्होंने स्क्रिप्टेड वीडियो बनाकर ड्रोन चोर की झूठी कहानी गढ़ी।
वीडियो में वे खुद को चोर के पीछे भागता दिखा रही थीं, जिसे पुलिस ने जांच में फर्जी पाया। अफवाह फैलाने और शांति भंग करने के आरोप में दोनों पर मुकदमा दर्ज कर थाने से जमानत दे दी गई है। एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बताया कि मेरठ में ड्रोन अफवाहों पर अब तक 26 मुकदमे और 35 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस ने ड्रोन अफवाह फैलाने वालों पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने वीडियो को अधिक वायरल करने और फॉलोअर्स बढ़ाने के उद्देश्य से जानबूझकर डर फैलाने वाला कंटेंट बनाया था। उन्होंने बिना किसी तथ्य या पुलिस पुष्टि के ड्रोन के ज़रिए चोरी की कहानियां गढ़ीं, जिससे आम जनता में दहशत फैल गई। वीडियो के कारण कई इलाकों में अफरा-तफरी की स्थिति भी उत्पन्न हो गई थी। पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसे किसी भी ड्रोन से चोरी की घटना की पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
अफवाह फैलाने वाले खातों को चिह्नित कर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे बिना जांचे-परखे किसी भी वीडियो या सूचना को न फैलाएं और अफवाह की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का यह कदम न केवल अफवाहबाज़ों पर लगाम लगाने की दिशा में है, बल्कि सोशल मीडिया की जिम्मेदारी और मर्यादा को लेकर भी एक सख्त संदेश है।