Mumbai News: तारों के नीचे से आया भारत, कमाठीपुरा के होटल में करने लगा काम, बांग्लादेशी घुसपैठिया जमाल हुसैन अरेस्ट

मुंबई: मुंबई पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक अवैध बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है। वह फर्जी नाम से मुंबई में रह रहा था। मुंबई क्राइम ब्रांच की सीआईयू यूनिट ने यह गिरफ्तारी की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी अपने देश में हत्या के चार मामलों में वांटेड था और उनमें से एक मामले में उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।
कौन है बांग्लादेशी जमाल हुसैन?
आरोपी की पहचान मोहम्मद जमाल हुसैन पोटुंदर उर्फ कुद्दुस रहीम शेख के रूप में हुई है। आरोपी 2023 में पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में घुसा था। यहां उसने एक फर्जी आधार कार्ड हासिल किया। बाद में वह मुंबई आ गया और कमाठीपुरा के एक होटल में काम करने लगा। आरोपी को बांग्लादेश में एक मामले में दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी। बांग्लादेश की हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद, वह भारत भाग गया और एक फर्जी पहचान के साथ रहने लगा।
मुंबई पुलिस की तलाशी में क्या मिला?
मुंबई क्राइम के एक अधिकारी ने बताया कि उसके सामान की तलाशी के दौरान उन्हें चार हत्याओं में उसकी संलिप्तता के बारे में बंगाली भाषा के चार दस्तावेज मिले। ऐसा लगता है कि बांग्लादेश पुलिस की ओर से गिरफ्तारी वारंट जारी करने और उसकी तलाश करने के बाद उसके मूल स्थान से किसी ने उसे ये दस्तावेज भेजे थे।
कोर्ट ने 13 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा
वारंट जारी होने के बाद पोटुंदर बांग्लादेश से भाग गया। वह पश्चिम बंगाल में दाखिल हुआ और फिर मुंबई आ गया। एक गुप्त सूचना के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच की सीआईयू ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 13 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पहले बताया था बंगाल के नादिया का है रहने वाला
आरोपी ने शुरुआत में दावा किया कि वह पश्चिम बंगाल के नादिया जिले का रहने वाला है, लेकिन बाद में उसने अपनी असली पहचान बताई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि उसके पास कोई भी वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे। कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से उसके देश को सूचित किया जाएगा। (इनपुट एजेंसी)
कौन है बांग्लादेशी जमाल हुसैन?
आरोपी की पहचान मोहम्मद जमाल हुसैन पोटुंदर उर्फ कुद्दुस रहीम शेख के रूप में हुई है। आरोपी 2023 में पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में घुसा था। यहां उसने एक फर्जी आधार कार्ड हासिल किया। बाद में वह मुंबई आ गया और कमाठीपुरा के एक होटल में काम करने लगा। आरोपी को बांग्लादेश में एक मामले में दोषी ठहराया गया था और मौत की सजा सुनाई गई थी। बांग्लादेश की हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद, वह भारत भाग गया और एक फर्जी पहचान के साथ रहने लगा।
मुंबई पुलिस की तलाशी में क्या मिला?
मुंबई क्राइम के एक अधिकारी ने बताया कि उसके सामान की तलाशी के दौरान उन्हें चार हत्याओं में उसकी संलिप्तता के बारे में बंगाली भाषा के चार दस्तावेज मिले। ऐसा लगता है कि बांग्लादेश पुलिस की ओर से गिरफ्तारी वारंट जारी करने और उसकी तलाश करने के बाद उसके मूल स्थान से किसी ने उसे ये दस्तावेज भेजे थे।
कोर्ट ने 13 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजा
वारंट जारी होने के बाद पोटुंदर बांग्लादेश से भाग गया। वह पश्चिम बंगाल में दाखिल हुआ और फिर मुंबई आ गया। एक गुप्त सूचना के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच की सीआईयू ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 13 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पहले बताया था बंगाल के नादिया का है रहने वाला
आरोपी ने शुरुआत में दावा किया कि वह पश्चिम बंगाल के नादिया जिले का रहने वाला है, लेकिन बाद में उसने अपनी असली पहचान बताई। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि उसके पास कोई भी वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे। कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से उसके देश को सूचित किया जाएगा। (इनपुट एजेंसी)
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