Mock Drills In India: भारत-पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में 'सायरन' कैसे बचाएगा? जोधपुर में मॉक ड्रिल की तैयारी में हुआ साफ

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जोधपुर: भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद हाल ही तनाव बढ़ गया है। भारत सरकार ने इस घटना के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिससे पड़ोसी देश में हलचल मच गई है। इसी पृष्ठभूमि में देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश जारी किया है। राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भी इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। राज्य के करीब दो दर्जन जिलों में मॉक ड्रिल होगी। बता दें कि युद्ध जैसी आपात स्थिति में 'सायरन सिस्टम' एक अहम भूमिका निभाता है। यह नागरिकों को समय पर खतरे की सूचना देकर जान-माल की रक्षा करने में सहायक होता है। मंगलवार को जोधपुर कलेक्टर ने इस संबंध में प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी है।
7 मई को एयर रेड सायरन मॉक ड्रिल अनिवार्यकेंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि 7 मई को सभी राज्यों में एयर रेड सायरन से जुड़ी मॉक ड्रिल की जाए। इसके तहत नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस), छात्रों और आम नागरिकों को हवाई हमले की स्थिति में क्या करना है, इसकी जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंत्रालय ने राज्यों को यह भी कहा है कि हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन लगाए जाएं ताकि किसी संभावित खतरे की स्थिति में लोग सतर्क होकर सुरक्षित स्थानों पर जा सकें। जोधपुर में सिविल डिफेंस टीम ने की पूरी तैयारीभारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति की संभावना के चलते जोधपुर में इस मॉक ड्रिल के लिए सिविल डिफेंस टीम ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि सिविल डिफेंस, चिकित्सा विभाग, दमकल विभाग सहित कई विभागों के बीच आपसी समन्वय स्थापित किया गया है। शहर में कुल 18 स्थायी सायरन लगाए गए हैं, जिनकी रेंज 3 किलोमीटर तक है। इसके अलावा 3 मोबाइल सायरन भी उपलब्ध हैं, जिन्हें आवश्यकता अनुसार कहीं भी ले जाकर उपयोग किया जा सकता है। 400 जवान देंगे नागरिकों को जानकारीजोधपुर शहर में सिविल डिफेंस के 400 जवानों को तैनात किया गया है, जो लोगों को मॉक ड्रिल के बारे में जागरूक करेंगे और आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। सायरन के दो संकेत होंगेइस मॉक ड्रिल के दौरान दो प्रकार के सायरन बजाए जाएंगे। पहला, रुक-रुक कर बजने वाला सायरन खतरे की चेतावनी देगा और लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का संकेत देगा। दूसरा, लंबा एक समान सायरन यह संकेत देगा कि खतरा टल गया है और लोग सामान्य स्थिति में लौट सकते हैं।