बिहार शिक्षा विभाग का ऐलान, गर्मी की छुट्टी में 'गणितीय समर कैंप'; मास्टर साहब की छुट्टी होगी रद्द?

पटना: बिहार शिक्षा विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है। गर्मी की छुट्टियों में कक्षा 5 और 6 के बच्चों के लिए समर कैंप लगाए जाएंगे। इसे लेकर शिक्षकों में चिंता है कि उनकी छुट्टियां रद्द हो जाएंगी। लेकिन शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि समर कैंप स्वयंसेवक चलाएंगे। यह कैंप 21 मई से 20 जून 2025 तक चलेगा। इसका मकसद बच्चों की गणितीय क्षमता को बढ़ाना है।
5 और 6 के छात्रों के लिए गणितीय समर कैंप दरअसल, शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को एक पत्र लिखा है। इसमें कक्षा 5 और 6 के छात्रों के लिए गणितीय समर कैंप 2025 आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस पत्र के बाद शिक्षकों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। उन्हें डर है कि उनकी गर्मी की छुट्टियां रद्द हो जाएंगी। शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि यह समर कैंप प्रथम संस्थान के सहयोग से गांव और टोला स्तर पर लगेगा। इसमें स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे। इसलिए शिक्षकों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
शिक्षा विभाग के पत्र में क्या शिक्षा विभाग की ओर से जारी पत्र में लिखा है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 के दौरान राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 5 एवं 6 ऐसे छात्र जो सरल गणितीय गणनाओं में अपेक्षाकृत कमजोर हैं उनके लिए एक विशेष 'गणितीय समर कैंप' का आयोजन किया जाएगा। यह कैंप CAMaL (Combined Activities for Maximized Learning) के तहत होगा। यह 21 मई से 20 जून 2025 तक गांव और टोला स्तर पर चलेगा। गर्मी की छुट्टियों में लगने वाले इस कैंप का मकसद बच्चों की गणित की समझ को मजबूत करना है।शिक्षा विभाग ने यह भी साफ किया है कि समर कैंप को चलाने के लिए बहुत सारे स्वयंसेवकों की जरूरत होगी।
इसमें कई लोग मदद करेंगे, जैसे...
- जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) के प्रशिक्षु
- बिहार कौशल विकास मिशन के अंतर्गत 'कुशल युवा कार्यक्रम' में नामांकित विद्यार्थी
- एनसीसी कैडेट्स
- पॉलिटेक्निक एवं इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र
- जीविका दीदियों द्वारा प्रेरित युवा
- नेहरू युवा केंद्र के सदस्य
- अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता
ट्रेनिंग के बाद, स्वयंसेवक ASER टूल से बच्चों को चुनेंगे। फिर वे हर दिन 1 से 1.5 घंटे तक गणित पढ़ाएंगे। जानकारी के अनुसार, हर समर कैंप में 10 से 15 बच्चे होंगे। यह कैंप पूरी तरह से समुदाय आधारित होगा। यह स्थानीय स्तर पर ही चलेगा। इससे बच्चों की पढ़ाई में मदद मिलेगी। साथ ही, युवाओं को समाज सेवा करने का मौका भी मिलेगा। शिक्षकों की छुट्टी पर असर नहींबिहार शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि समर कैंप से शिक्षकों की छुट्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस कैंप में शिक्षक नहीं, बल्कि स्वयंसेवक पढ़ाएंगे।
इसलिए शिक्षकों को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। वे अपनी छुट्टियां आराम से मना सकते हैं।
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