Sharad Pawar: अजित पवार से कोई तालमेल नहीं... शरद पवार ने चंद शब्दों में खत्म की बात, दादा के लिए झटका?

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पुणे: पिछले कुछ महीनों से ये चर्चा चल रही है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के दोनों गुट साथ आएंगे और शरद पवार और अजित पवार के बीच सुलह होगी। इस पर शरद पवार ने अब साफ कर दिया है कि वो बीजेपी के साथ गए लोगों को साथ नहीं ले सकते। उन्होंने पिंपरी-चिंचवड में कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग में ये बात कही। उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई सत्ता के लिए बीजेपी के साथ जाने की बात करता है, तो ये राष्ट्रवादी कांग्रेस का विचार नहीं है।



शरद पवार ने क्या कहा?

शरद पवार ने पिंपरी-चिंचवड में एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के एक होने पर बात की। उन्होंने कहा कि सबको साथ लेने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन 'सब' का मतलब क्या है? 'सब' का मतलब गांधी, नेहरू, चव्हाण, फुले, शाहू और आंबेडकर के विचारों को मानने वाले लोग हैं, तो उन्हें ये मंजूर है। उन्होंने अजित पवार का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा जो उनके नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए हैं।



भतीजे के लिए शरद पवार ने किया इस शब्द का इस्तेमाल

शरद पवार ने अजित पवार के लिए 'संधीसाधू' शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई सत्ता के लिए बीजेपी के साथ जाकर बैठता है, तो ये उनकी पार्टी का विचार नहीं है। आप किसी से भी संबंध रखें, लेकिन बीजेपी से संबंध विचारों में नहीं हो सकता। हमें अवसरवादी राजनीति को बढ़ावा नहीं देना है। हमें उसी दिशा में कदम उठाने हैं।



अजित पवार क्या बोले?

जब शरद पवार ने अजित पवार की एनसीपी के साथ जाने से इनकार कर दिया, तो अजित पवार से इस बारे में पूछा गया। उन्होंने जवाब दिया कि हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार है। उन्होंने एक वाक्य में जवाब देकर बात खत्म कर दी। शरद पवार ने साफ कहा है कि वो BJP के साथ गए लोगों को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने पिंपरी-चिंचवड में कार्यकर्ताओं से बात करते हुए ये बात कही। इसका मतलब है कि शरद पवार और अजित पवार के बीच सुलह की उम्मीद कम है।



शरद पवार का मैसेज साफ

शरद पवार का ये बयान NCP के कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ा संदेश है। उन्होंने साफ कर दिया है कि पार्टी की विचारधारा उनके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है और वो इससे समझौता नहीं करेंगे।