51000000000 रुपये का सौदा... इम्पीरियल ब्लू व्हिस्की को खरीदेगी ब्रांडी बनाने वाली यह देसी कंपनी, जानें क्या है प्लान

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नई दिल्ली: मेंशन हाउस (Mansion House) और कूरियर नेपोलियन (Courrier Napoleon) ब्रांड बनाने वाली कंपनी तिलकनगर इंडस्ट्रीज व्हिस्की ब्रांड इम्पीरियल ब्लू (Imperial Blue) को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे है। यह ब्रांड पेरनोड रिकार्ड (Pernod Ricard) नाम की एक फ्रेंच कंपनी बेच रही है।



इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक इस ब्रांड की कीमत करीब 600 मिलियन डॉलर (करीब 51 हजार करोड़ रुपये) हो सकती है। अगर यह डील हो जाती है तो यह भारत की शराब इंडस्ट्री में एक दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़ी डील होगी। इससे पहले साल 2013 में Diageo ने United Spirits को 1.9 अरब डॉलर में खरीदा था।



यह कंपनी भी रेस मेंलंदन के रवि देओल ने इनब्रू बेवरेजेज (Inbrew Beverages) नाम की एक कंपनी बनाई है। यह कंपनी भी इम्पीरियल ब्लू को खरीदने की रेस में है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पेरनोड रिकार्ड को तिलकनगर का प्रस्ताव ज्यादा पसंद आया है। हालांकि, इनब्रू अभी भी दौड़ से बाहर नहीं हुई है।



तिलकनगर का बढ़ जाएगा पोर्टफोलियोसूत्रों के अनुसार, तिलकनगर को 23 जून तक एक बोली जमा करने के लिए कहा गया है। तिलकनगर भारत की पांचवीं सबसे बड़ी शराब कंपनी है।



अगर तिलकनगर इम्पीरियल ब्लू को खरीद लेती है तो इससे कंपनी का ब्रांड और पोर्टफोलियो दोनों बढ़ेंगे। तिलकनगर मुख्य रूप से ब्रांडी बनाती है। लेकिन साल 2012 में कंपनी ने मेंशन हाउस ब्रांड के साथ व्हिस्की के मार्केट में भी कदम रखा। फिर भी, कंपनी की 90% से ज्यादा बिक्री ब्रांडी से ही होती है।



क्या है कंपनी का प्लान?21 मई को हुई एक मीटिंग में तिलकनगर के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अमित दहानुकर ने कहा कि कंपनी ब्रांडी और IMFL (Indian Made Foreign Liquor) कैटेगरी में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहती है। इसके लिए कंपनी अपने ब्रांड और कुछ रणनीतिक निवेश करेगी। तिलकनगर इंडस्ट्रीज पहले ही Round The Cocktails, Spaceman Spirits और Incredible Spirits को खरीद चुकी है।



कंपनी के शेयर में आई तेजीइस खबर के बाद तिलकनगर इंडस्ट्रीज के शेयर में बुधवार को तेजी देखी गई। सुबह 10 बजे यह शेयर 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 369 रुपये पर कारोबार कर रहा था। पिछले एक महीने में यह शेयर करीब 25 फीसदी का रिटर्न दे चुका है। वहीं लॉन्ग टर्म में इसने निवेशकों को छप्परफाड़ रिटर्न दिया है। 5 साल में इसका रिटर्न 2000 फीसदी से ज्यादा रहा है। यानी 5 साल में यह कंपनी एक लाख रुपये के निवेश को 20 रुपये से ज्यादा में बदल चुकी है।