दिल्ली यूनिवर्सिटी से मात खा रहे दूसरे कॉलेज! DU के चक्कर में खाली पड़ी है UG की 75% सीट

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Gurugram Colleges Seats Vacant: बदलते समय के साथ ही एजकेशन सेक्टर में भी बदलाव हुए हैं। एकेडमिक कोर्स की तरफ धीरे-धीरे स्टूडेंट्स का रुझान कम हो रहा है। ज्यादातर बच्चे अब प्रोफेशनल कोर्स करना चाह रहे हैं। ऐसे में गुड़गांव के कॉलेजों को प्रायरिटी देने की बजाय स्टूडेंट्स इन्हें विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। ज्यादातर बच्चे दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में दाखिला प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।


यही वजह है कि स्टूडेंट्स कॉलेजों में दाखिले के लिए आवेदन तो कर रहे हैं, लेकिन फीस जमा कर सीट पक्की नहीं कर रहे। बीते सालों में भी यही पैटर्न देखने को मिला जब स्टूडेंट्स ने कॉलेज में एडमिशन के लिए आवेदन किए, लेकिन दिल्ली यूनिवर्सिटी की मेरिट लिस्ट जारी होते ही एप्लीकेशन कैंसल कर दिए। पिछले साल करीब 20 फीसदी एडमिशन कैंसल हो गए थे।

दोबारा दाखिला प्रक्रिया शुरू करने में आती हैं दिक्कतें

इन सीटों पर दोबारा से दाखिला प्रक्रिया शुरू कर सीटों को भरना कॉलेज प्रबंधन के लिए भी चुनौती भरा रहता है। पिछले साल भी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद 3 से 4 बार दाखिला पोर्टल खोला गया। इसके बाद भी सीटें खाली ही रह गई थीं। इस बार भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। शहर के कॉलेजों में जारी होगी पहली मेरिट लिस्ट के तहत काफी कम सीटों पर दाखिले हो पाए हैं।


सोमवार को पहली मेरिट लिस्ट में शामिल छात्रों का फीस जमा कर अपनी सीट पक्की करनी थी। मुश्किल से 25 प्रतिशत सीटों पर दाखिला हुआ है। हरियाणा गवर्नमेंट कॉलेज टीचर एसोसिएशन के पूर्व प्रादेशिक उपाध्यक्ष और द्रोणाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज के पूर्व प्रफेसर सुभाष सपड़ा ने बताया कि दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद भी 25 से 30 प्रतिशत सीटों पर ही दाखिला होता है, तो केवल ओपन काउंसलिंग के जरिए ही सीटों को भरा जा सकता है।


25 प्रतिशत सीटों पर दाखिले नहीं तो बंद हो जाएंगे कोर्स

उच्चतर शिक्षा विभाग के निर्देश अनुसार, ग्रेजुएशन कोर्स में 25 प्रतिशत सीटों पर दाखिले नहीं हुए, तो कोर्स को बंद भी किया जा सकता है। पहले भी शहर के कॉलेजों से कुछ कोर्स के साथ-साथ कुछ विषयों की पढ़ाई छात्र संख्या तय नियम अनुसार नहीं होने के चलते बंद कर दी गई थी।

सेक्टर-9 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज से बीते सत्रों में पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन को छात्र संख्या पर्याप्त नहीं मिलने पर बंद कर दिया गया था। इसी तरह शहर के रिठौज स्थित गवर्नमेंट कॉलेज में भी दो विषयों की पढ़ाई बंद करा दी गई थी। इस प्रकार के मामले पहले भी सामने आए हैं।


फीस भुगतान के लिए एक दिन की मोहलत और मिली

उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से कॉलेजों में बुधवार को जारी होने वाली दूसरी प्रोविजनल लिस्ट को लेकर संशय बना हुआ है। दरअसल, विभाग की ओर से ग्रेजुएशन कोर्स की पहली मेरिट लिस्ट के तहत दाखिला फीस जमा कराने का एक दिन बढ़ा दिया गया था। यानी स्टूडेंट्स एक जुलाई की रात 12 बजे तक फीस जमा कर सकते थे। एक दिन बढ़ जाने से अब मेरिट लिस्ट के शेड्यूल में बदलाव होगा। हालांकि, अभी शेड्यूल बदलाव को लेकर विभाग की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है।


ऐसे में तीन जुलाई को दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने की संभावना कम है। दाखिला नोडल अधिकारियों के मुताबिक पहली मेरिट लिस्ट के तहत हुए कुल दाखिला संख्या के बाद ही दूसरी मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। बता दें कि तय शेड्यूल के मुताबिक ग्रेजुएशन कोर्स की दूसरी प्रोविजनल मेरिट लिस्ट दो जुलाई को जारी की जानी थी। इसके बाद तीन जुलाई को दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होनी थी।