NEET में कम नंबर होने पर भी लाखों की कमाई! इन 5 मेडिकल कोर्स से बनाएं मोटी इनकम वाला करियर

Medical Courses for Low NEET Marks: 14 जून, 2025 को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया। करीब 22 लाख से ज्यादा छात्रों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया, लेकिन सिर्फ 12.36 लाख ही क्वालिफाई कर पाए। दिन-रात की मेहनत, नींद की कुर्बानी और उम्मीदों के बावजूद अगर आपके अंक कम आए हैं, तो निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि मेडिकल फील्ड का रास्ता सिर्फ NEET से होकर नहीं गुजरता।
मेडिकल फील्ड में कई ऐसे कोर्स और करियर ऑप्शन मौजूद हैं जो बेहतरीन कमाई के साथ शानदार करियर भी देते हैं। यहां जानिए मेडिकल के कुछ ऐसे ही करियर ऑप्शन।
1. बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (BSc Nursing)
2. BSc बायोटेक्नोलॉजी
3. बैचलर ऑफ फार्मेसी (B. Pharm)
4. साइकोलॉजी (BA/BSc/MSc)
5. बीएससी मेडिकललैब टेक्नोलॉजी (BMLT)
1. बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (BSc Nursing)
'अस्पतालों की रीढ़' कहे जाने वाले नर्सिंग प्रोफेशनमें करियर बनाना एक बेहतरीन विकल्प है।
- रोगियों की देखभाल, सर्जरी में मदद, दवाओं का मैनेजमेंट और डॉक्टर्स की मदद – ये सब काम नर्स करती हैं।
- देश और विदेशों में इसकी जबरदस्त मांग है।
- शुरुआती सैलरी: ₹2.5 लाख से ₹6 लाख सालाना (अंतरराष्ट्रीय अवसरों में और अधिक)।
2. BSc बायोटेक्नोलॉजी

बायोटेक्नोलॉजी का क्षेत्र बायोलॉजी, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का अद्भुत संगम है।
- बायोटेक्नोलॉजिस्ट्स हेल्थकेयर, फार्मा, एग्रीकल्चर और रिसर्च सेक्टर में काम करते हैं।
- यह फील्ड भविष्य की तकनीकों का आधार बनती जा रही है।
- सैलरी: ₹2.5 से ₹5 लाख प्रति वर्ष, अनुभवी पेशेवरों को ₹15 लाख तक।
3. बैचलर ऑफ फार्मेसी (B. Pharm)
अगर आपकी रुचि दवाइयों की दुनिया में है तो यह कोर्स आपके लिए है।
- फार्मासिस्ट दवाओं की जानकारी, इफेक्ट और इंटरैक्शन के बारे में डॉक्टरों और मरीजों को बताते हैं।
- फार्मा कंपनियों, हॉस्पिटल्स, रिसर्च लैब और मेडिकल स्टोर्स में काम के मौके मिलते हैं।
- सैलरी: ₹2.5 लाख से ₹4 लाख सालाना, अनुभव के साथ बढ़ती है।
4. साइकोलॉजी (BA/BSc/MSc)

मानसिक स्वास्थ्य आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत है।
- साइकोलॉजिस्ट अस्पतालों, स्कूलों, कॉर्पोरेट ऑफिस, रिसर्च संस्थानों और क्लीनिक में काम करते हैं।
- वे डिप्रेशन, एंग्जायटी और बायपोलर जैसी मानसिक बीमारियों का इलाज करते हैं।
- सैलरी: ₹3 लाख से ₹15 लाख सालाना, अनुभव और स्पेशलाइजेशन के अनुसार।
5. बीएससी मेडिकललैब टेक्नोलॉजी (BMLT)
पर्दे के पीछे काम करने वाले लेकिन इलाज में अहम भूमिका निभाने वाले होते हैं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट।
- खून, यूरिन, टिशू आदि की जांच करके वे डॉक्टरों को रोग की सही जानकारी देते हैं।
- वे डायग्नोस्टिक लैब, फार्मा कंपनियों, हॉस्पिटल्स और रिसर्च लैब्स में कार्यरत होते हैं।
- शुरुआती सैलरी: ₹2.5 से ₹4 लाख, अनुभव के साथ ₹6 से ₹8 लाख तक।
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