क्रिकेट छोड़ WWE स्टार बनना चाहता था ये खिलाड़ी, युवराज सिंह का था दुश्मन, फिर क्यों टूट गया सपना

नई दिल्ली: इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने हाल ही में खुलासा किया है कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्हें WWE से एक बड़ा ऑफर मिला था, जिसमें WWE के सह-संस्थापक विंस मैकमोहन ने उनसे संपर्क किया था। इस ऑफर में रॉयल रंबल और रेसलमेनिया में शामिल होने और दिग्गज पहलवान द अंडरटेकर से मुकाबला करने का मौका शामिल था, लेकिन अचानक से ऐसा क्या हुआ कि वह चाह कर भी WWE में नहीं जा सके।


2010 में क्रिकेट से लिया था संन्यास

फ्लिंटॉफ ने 2010 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास के बाद जब उन्हें टीवी पर काम के ऑफर मिलने लगे, तभी WWE का प्रस्ताव आया। उन्होंने सोचा कि मैनचेस्टर में अंडरटेकर से लड़ना अच्छा रहेगा और स्काई के शो लीग ऑफ देयर ओन के दौरान यह विचार WWE तक पहुंचा। बता दें कि यह वही फ्लिंटॉप हैं जिन्होंने साल 2007 के टी20 वर्ल्ड कप के दौरान युवराज सिंह से लड़ बैठे थे। जिसके बाद युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़े थे।

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WWE ने दिया था तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट

इस ऑफर के बाद, फ्लिंटॉफ ने दो हफ्तों तक फ्लोरिडा के टाम्पा स्थित WWE परफॉर्मेंस सेंटर में ट्रेनिंग ली। उन्होंने बताया कि पहले दिन 60 अन्य पहलवानों के बीच उन्हें कोई पसंद नहीं करता था, क्योंकि सभी WWE कॉन्ट्रैक्ट चाहते थे। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि WWE कितना मुश्किल और खतरनाक है। पहले दिन ही उन्हें पसलियों में चोट लग गई और उनकी पीठ पर निशान पड़ गए। ट्रेनिंग के बाद, WWE ने फ्लिंटॉफ को तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट का प्रस्ताव दिया, जिसमें 18 महीनों के भीतर उन्हें रेसलमेनिया और रॉयल रंबल में पहुंचाने का वादा किया गया। पैसे बहुत ज्यादा थे, लेकिन फ्लिंटॉफ ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।



फ्लिंटॉफ ने कही ये बात

फ्लिंटॉफ ने द ओवरलैप्स स्टिक टू क्रिकेट पर बात करते हुए बताया कि वह वापस दुबई जाना चाहते थे और उनके बच्चे अमेरिका में रहने के बजाय क्रिकेट खेलना चाहते थे। यही वजह थी कि उन्होंने WWE के बड़े ऑफर को मना कर दिया और इसके बजाय 2012 में एक प्रोफेशनल बॉक्सिंग मैच लड़ा। यह घटना दर्शाती है कि कैसे परिवार और व्यक्तिगत प्राथमिकताएं एक सफल करियर के बाद भी बड़े व्यावसायिक अवसरों पर भारी पड़ सकती हैं।