जापान और पाकिस्तान को एक साथ टक्कर दे रहा अपना यूपी... सबसे अमीर और सबसे गरीब जिले
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य है। यह राज्य विविधताओं से भरा है और आर्थिक मोर्चे पर भी यह विविधता साफ दिखाई देती है। गौतम बुद्ध नगर जैसे जिले जहां जापान जैसे विकसित देशों को टक्कर देते हैं वहीं श्रावस्ती और चित्रकूट जैसे जिलों की हालत अफगानिस्तान, माली और सोमालिया से भी बदतर है। राजधानी लखनऊ की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के बराबर है जबकि सोनभद्र जिले में लोगों की इनकम पाकिस्तान के बराबर है। एक नजर उत्तर प्रदेश में लोगों की प्रति व्यक्ति आय पर...
दिल्ली से करीब उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे औद्योगिक शहर हैं। यूपी इकनॉमिक सर्वे के मुताबिक यह उत्तर प्रदेश का सबसे अमीर जिला है। इसकी जीडीपी 263,871 करोड़ रुपये है जो हिमाचल प्रदेश की इकॉनमी से बड़ी है। यूपी की इकॉनमी में इस जिले की 10.3 फीसदी हिस्सेदारी है। राजधानी लखनऊ की जीडीपी 1,41,613 करोड़ रुपये है और यूपी की इकॉनमी में इसकी हिस्सेदारी 5.5 फीसदी है। इसके बाद गाजियाबाद (1,17,183 करोड़ रुपये), आगरा (77,547 करोड़ रुपये) और कानपुर नगर (76,968 करोड़ रुपये) का नंबर है।
सबसे अमीर जिले
गौतम बुद्ध जिले की प्रति व्यक्ति आय 10 लाख रुपये से अधिक है जो राज्य के औसत से 10 गुना से भी ज्यादा है। पीपीपी के मामले में गौतम बुध नगर जिले की प्रति व्यक्ति आय जापान के बराबर है। यूपी की राजधानी लखनऊ की प्रति व्यक्ति आय (2,16,734 रुपये) राष्ट्रीय औसत के बराबर है। गाजियाबाद की प्रति व्यक्ति आय (2,11,505 रुपये) अफ्रीकी देश मोरक्को के बराबर है जबकि हमीरपुर (1,46,794 रुपये) की आइवरी कोस्ट और सोनभद्र (1,44,578 रुपये) की पाकिस्तान के बराबर है।
यूपी की इकॉनमी में टॉप 5 जिलों की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है। लेकिन सबसे गरीब 5 जिलों का योगदान कानपुर से भी कम है। लखनऊ और गाजियाबाद की इकॉनमी गोवा और पूर्वोत्तर राज्यों (असम को छोड़कर) से बड़ी है। लेकिन श्रावस्ती और चित्रकूट की प्रति व्यक्ति आय अफगानिस्तान, माली और सोमालिया जैसे गरीब देशों से भी कम है।
सबसे गरीब जिले
जीडीपी के हिसाब से भदोही (13,014 करोड़ रुपये), ओरैया (12,275 करोड़ रुपये), संत कबीर नगर (12,091 करोड़ रुपये), चित्रकूट (11,634 करोड़ रुपये) और श्रावस्ती (8,593 करोड़ रुपये) उत्तर प्रदेश की इकॉनमी में सबसे कम योगदान करने वाले जिले हैं। राज्य की इकॉनमी में इनका कुल योगदान कुल मिलाकर 2.3 फीसदी है।
प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से बहराइच (48,264 रुपये), बलिया (47,067 रुपये), जौनपुर (46,826 रुपये), सिद्धार्थ नगर (46,322 रुपये) और प्रतापगढ़ (44,544 रुपये) सबसे नीचे हैं। गौतम बुध नगर की प्रति व्यक्ति आय राजधानी लखनऊ से 5 गुना ज्यादा है जबकि यह राज्य के सबसे गरीब जिले प्रतापगढ़ से 23 गुना अधिक है।
दिल्ली से करीब उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे औद्योगिक शहर हैं। यूपी इकनॉमिक सर्वे के मुताबिक यह उत्तर प्रदेश का सबसे अमीर जिला है। इसकी जीडीपी 263,871 करोड़ रुपये है जो हिमाचल प्रदेश की इकॉनमी से बड़ी है। यूपी की इकॉनमी में इस जिले की 10.3 फीसदी हिस्सेदारी है। राजधानी लखनऊ की जीडीपी 1,41,613 करोड़ रुपये है और यूपी की इकॉनमी में इसकी हिस्सेदारी 5.5 फीसदी है। इसके बाद गाजियाबाद (1,17,183 करोड़ रुपये), आगरा (77,547 करोड़ रुपये) और कानपुर नगर (76,968 करोड़ रुपये) का नंबर है।
सबसे अमीर जिले
गौतम बुद्ध जिले की प्रति व्यक्ति आय 10 लाख रुपये से अधिक है जो राज्य के औसत से 10 गुना से भी ज्यादा है। पीपीपी के मामले में गौतम बुध नगर जिले की प्रति व्यक्ति आय जापान के बराबर है। यूपी की राजधानी लखनऊ की प्रति व्यक्ति आय (2,16,734 रुपये) राष्ट्रीय औसत के बराबर है। गाजियाबाद की प्रति व्यक्ति आय (2,11,505 रुपये) अफ्रीकी देश मोरक्को के बराबर है जबकि हमीरपुर (1,46,794 रुपये) की आइवरी कोस्ट और सोनभद्र (1,44,578 रुपये) की पाकिस्तान के बराबर है।
यूपी की इकॉनमी में टॉप 5 जिलों की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है। लेकिन सबसे गरीब 5 जिलों का योगदान कानपुर से भी कम है। लखनऊ और गाजियाबाद की इकॉनमी गोवा और पूर्वोत्तर राज्यों (असम को छोड़कर) से बड़ी है। लेकिन श्रावस्ती और चित्रकूट की प्रति व्यक्ति आय अफगानिस्तान, माली और सोमालिया जैसे गरीब देशों से भी कम है।
सबसे गरीब जिले
जीडीपी के हिसाब से भदोही (13,014 करोड़ रुपये), ओरैया (12,275 करोड़ रुपये), संत कबीर नगर (12,091 करोड़ रुपये), चित्रकूट (11,634 करोड़ रुपये) और श्रावस्ती (8,593 करोड़ रुपये) उत्तर प्रदेश की इकॉनमी में सबसे कम योगदान करने वाले जिले हैं। राज्य की इकॉनमी में इनका कुल योगदान कुल मिलाकर 2.3 फीसदी है।
प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से बहराइच (48,264 रुपये), बलिया (47,067 रुपये), जौनपुर (46,826 रुपये), सिद्धार्थ नगर (46,322 रुपये) और प्रतापगढ़ (44,544 रुपये) सबसे नीचे हैं। गौतम बुध नगर की प्रति व्यक्ति आय राजधानी लखनऊ से 5 गुना ज्यादा है जबकि यह राज्य के सबसे गरीब जिले प्रतापगढ़ से 23 गुना अधिक है।
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