अररिया में कपड़ा व्यवसायी के बेटे की हत्या: खोपड़ी के अंदर फंसी मिली गोली, इंडो-नेपाल सड़क पर 5 घंटे प्रदर्शन

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अररिया: बिहार में अररिया जिले के फुलकाहा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। स्थानीय कपड़ा व्यवसायी अशोक गुप्ता के 20 वर्षीय बेटे दीपक कुमार गुप्ता उर्फ दीपू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बुधवार दोपहर मधुरा उत्तर कोशी नहर के पास युवक का शव बरामद हुआ, जिससे इलाके में आक्रोश की लहर फैल गई।
दीपक अपने परिवार का सबसे बड़ा बेटा था और मंगलवार शाम करीब 4 बजे एक दोस्त के साथ घर से निकला था। देर रात तक वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने संपर्क की कोशिश की, लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला। अगले दिन दोपहर ग्रामीणों ने नहर के किनारे सड़क पर दीपक का शव देखा और तुरंत पुलिस व परिजनों को सूचना दी। शव मिलने के बाद भड़का जन आक्रोशघटना की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया, टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और फुलकाहा बाजार को पूरी तरह बंद कर दिया।
इंडो-नेपाल सीमा सड़क पर भी बांस-बल्ले लगाकर अवरोध किया गया। करीब पांच घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा, जिसमें लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायकों और जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर कराया शांतस्थिति को नियंत्रित करने के लिए विधायक जयप्रकाश यादव, पूर्व विधायक देवयंती यादव, जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्रवण दास और मुखिया प्रतिनिधि अरुण यादव मौके पर पहुंचे। इन जनप्रतिनिधियों ने लोगों को समझाकर शांत कराया। पुलिस ने शुरू की जांच, हत्यारे की तलाश जारीफुलकाहा थाना अध्यक्ष दीपक कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की।
कई दुकानों और स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि आखिरी बार दीपक किसके संपर्क में था और वह किसके साथ घर से निकला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट: कनपटी में लगी गोलीअररिया सदर अस्पताल के डॉक्टर आदित्य कुमार ने बताया कि दीपक की मौत दाहिनी कनपटी में गोली लगने से हुई। गोली खोपड़ी के अंदर फंसी हुई थी, जिसे पोस्टमार्टम के दौरान निकाला गया। दीपक तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और परिवार के व्यापार की जिम्मेदारी संभालता था। परिवार में कोहराम, पुलिस से न्याय की मांगमृतक के पिता अशोक गुप्ता का कहना है कि उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह सिर्फ अपने व्यवसाय में व्यस्त रहते थे।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि हत्यारे को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उन्हें न्याय मिले। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात, एफएसएल और डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रहीस्थिति की गंभीरता को देखते हुए दंगा निरोधक दस्ता और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। साथ ही, जांच में सहायता के लिए फॉरेंसिक टीम (FSL) और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया है।