पार्टनर का प्यार सुधार देता है बिगड़ी सेहत, हैप्पी हार्मोन की नहीं होती कमी, वैज्ञानिकों ने भी किया दावा
जीवन में सभी कई रिश्तों का अनुभव करते हैं, कई आपको बुरी यादें और एक सबक दे जाते हैं तो वहीं कई रिश्ते ऐसे भी होते हैं जो हमारी जिंदगी में प्यार घोलने का काम करते हैं और ऐसे ही रिश्ते आपको जीवनभर हेल्दी रखने का काम भी कर सकते हैं। इसलिए प्यार को औषधि माना जाता है।
ये केवल कहावतें नहीं हैं बल्कि वैज्ञानिकों ने भी पाया है कि कडलिंग और प्यार भरे रिश्ते में रहना आपके जीन एक्सप्रेशन को बदल सकता है? यह मरम्मत करने वाले जीन को एक्टिवेट करता है और इंफ्लेमेशन को बंद कर देता है।
अमेरिकी चिकित्सक और लेखक मार्क हाइमन (Mark Hyman) ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में जानकारी दी है कि जब आप प्यार और रिलेशनशिप का अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर हैप्पी हार्मोन को रिलीज करता है और स्ट्रेस हार्मोन को कम कर देता है, जिससे आप खुश रहते हैं। आइए जानते हैं रिलेशनशिप किस तरह आपके हेल्दी रहने में योगदान दे सकता है।
Photos- Freepik
पॉजिटिव रिलेशनशिप में रहने से दूर रहती हैं बीमारियां
मार्क हाइमन ने अपने पोस्ट में बताया,प्रेम और संबंध स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए शक्तिशाली हैं। सोशियोजेनोमिक्स के क्षेत्र से पता चलता है कि कैसे सकारात्मक रिश्ते जीन एक्सप्रेशन को प्रभावित करते हैं,सेल्स की मरम्मत करने वाले जीन को चालू करते हैं और इंफ्लेमेशन और बीमारी से जुड़े जीन को बंद कर देते हैं।
देखें पोस्ट-
हैप्पी हार्मोन होते हैं रिलीज
इसके अलावा पॉजिटिव रिलेशनशिप और प्यार आपके शरीर में हैप्पी हार्मोन्स को रिलीज करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। जब आप ऐसे संबंध का अनुभव करते हैं तो आपका शरीर ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन जैसे हार्मोन जारी करता है,जो नर्वस सिस्टम को शांत करता है, कोर्टिसोल लेवल (तनाव हार्मोन) को कम करता है,और एंटी-इंफ्लेमेटरी मार्गों को बढ़ावा देता है।ये हार्मोनल बदलाव आपके जीन को सेलुलर मरम्मत और दीर्घायु तंत्र को सक्रिय करने के लिए संकेत देते हैं।
केवल कडलिंग से भी बढ़ता है ऑक्सीटोसिन

डॉक्टर ने बताया कि केवल कडलिंग जैसा फिजिकल टच भी ऑक्सीटोसिन को बढ़ावा दे सकता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है। ऑक्सीटोसिन एक हैप्पी हार्मोन है, जिसे "प्रेम हार्मोन" या "बंधन हार्मोन" भी कहा जाता है। यह हार्मोन शरीर में कई शारीरिक और भावनात्मक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अलगाव बढ़ा देता है बीमारियों का खतरा
जहां हैप्पी रिलेशनशिप आपको स्ट्रेस और बीमारियों से दूर रख सकते हैं, वहीं दूसरी ओर,क्रोनिक स्ट्रेस,आइसोलेशन या झगड़ा प्रो-इंफ्लेमेटरी जीन की अभिव्यक्ति को ट्रिगर करता है,जिससे उम्र बढ़ने में तेजी आती है और पुरानी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।