ये हैं देश के टॉप 20 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज, नीट में कम नंबर पर भी कर सकते हैं MBBS
Top Private Medical Colleges India: एनटीए ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2025 का परिणाम घोषित कर दिया है। अब मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए असल दौड़ शुरू होगी। अगर आपने भी इस साल नीट यूजी परीक्षा 2025 दी थी। लेकिन बहुत अच्छे अंक स्कोर नहीं पाए हैं और बिना साल गंवाए एमबीबीएस करना चाहते हैं, तो बिल्कुल भी निराश होने की जरूरत नहीं है।
लेटेस्ट एनआईआरएफ रैंकिंग के मुताबिक, हम आपको देश के शीर्ष निजी संस्थानों के बारे में बता रहे हैं, जहां से एक साल इंतजार किए बिना अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। ये कॉलेज नीट स्कोर को मान्यता देते हैं।
टॉप प्राइवेज कॉलेज से इसी साल ले सकते हैं एमबीबीएस में दाखिला
भारत के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला नीट के जरिए एडमिशन मिलता है। जिसके लिए हर साल 20 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स नीट के एग्जाम देते हैं। इस साल मेडिकल कोर्सेज की करीब 2.40 सीटों पर दाखिला मिलेगा। इसमें से 1.18 लाख से ज्यादा सीटें एमबीबीएस के लिए रिजर्व हैं। ऐसे में अगर आपके नीट स्कोर के आधार पर देश के टॉप सरकारी कॉलेज में सीट नहीं मिलती है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। देश के कई टॉप प्राइवेट मेडिकल संस्थान NEET स्कोर के आधार पर एमबीबीएस (MBBS) में प्रवेश देते हैं।
NIRF Rankings 2024: एनआईआरएफ रैंकिंग में टॉप पर
देश के कई प्राइवेट संस्थानों ने मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एनआईआरएफ रैंकिंग अपनी जगह बनाई हैं। यहां हम आपको नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024 के अनुसार देश के टॉप निजी कॉलेजों की लिस्ट दे रहे हैं, जिनमें आप दाखिला ले सकते हैं।
NIRF 2024 के अनुसार टॉप रैंक प्राप्त प्राइवेट NEET कॉलेज:
इन संस्थानों में दाखिले के लिए NEET में अच्छा स्कोर जरूरी होता है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन प्रक्रिया, कटऑफ और फीस की जानकारी जरूर लें।
एनआईआरएफ रैंकिंग क्या है?
देश के उच्च शिक्षा संस्थानों को इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में हर साल एनआईआरएफ रैंकिंग दी जाती है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क भारत सरकार की एक पहल है, जो देश में मौजूद सभी हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स का मूल्यांकन करती हैं और उन्हें विभिन्न पहलूओं पर परखते हुए रैंकिंग प्रदान करती है। एनआईआरएफ रैंकिंग संस्थानों की एकेडमिक एक्सीलेंसी, रिसर्च, कैंपस, फैसिलिटीज और प्लेसमेंट के आधार पर दी जाती है।
लेटेस्ट एनआईआरएफ रैंकिंग के मुताबिक, हम आपको देश के शीर्ष निजी संस्थानों के बारे में बता रहे हैं, जहां से एक साल इंतजार किए बिना अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर सकते हैं। ये कॉलेज नीट स्कोर को मान्यता देते हैं।
टॉप प्राइवेज कॉलेज से इसी साल ले सकते हैं एमबीबीएस में दाखिला
भारत के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला नीट के जरिए एडमिशन मिलता है। जिसके लिए हर साल 20 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स नीट के एग्जाम देते हैं। इस साल मेडिकल कोर्सेज की करीब 2.40 सीटों पर दाखिला मिलेगा। इसमें से 1.18 लाख से ज्यादा सीटें एमबीबीएस के लिए रिजर्व हैं। ऐसे में अगर आपके नीट स्कोर के आधार पर देश के टॉप सरकारी कॉलेज में सीट नहीं मिलती है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। देश के कई टॉप प्राइवेट मेडिकल संस्थान NEET स्कोर के आधार पर एमबीबीएस (MBBS) में प्रवेश देते हैं।
NIRF Rankings 2024: एनआईआरएफ रैंकिंग में टॉप पर
देश के कई प्राइवेट संस्थानों ने मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए एनआईआरएफ रैंकिंग अपनी जगह बनाई हैं। यहां हम आपको नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) 2024 के अनुसार देश के टॉप निजी कॉलेजों की लिस्ट दे रहे हैं, जिनमें आप दाखिला ले सकते हैं।
NIRF 2024 के अनुसार टॉप रैंक प्राप्त प्राइवेट NEET कॉलेज:
इन संस्थानों में दाखिले के लिए NEET में अच्छा स्कोर जरूरी होता है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित संस्थानों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन प्रक्रिया, कटऑफ और फीस की जानकारी जरूर लें।
एनआईआरएफ रैंकिंग क्या है?
देश के उच्च शिक्षा संस्थानों को इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में हर साल एनआईआरएफ रैंकिंग दी जाती है। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क भारत सरकार की एक पहल है, जो देश में मौजूद सभी हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स का मूल्यांकन करती हैं और उन्हें विभिन्न पहलूओं पर परखते हुए रैंकिंग प्रदान करती है। एनआईआरएफ रैंकिंग संस्थानों की एकेडमिक एक्सीलेंसी, रिसर्च, कैंपस, फैसिलिटीज और प्लेसमेंट के आधार पर दी जाती है।
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