गंगा एक्सप्रेसवे से फाइटर जेट की उड़ान... पाकिस्तान से चीन तक मचेगा हड़कंप, खासियत जानकर हो जाएंगे हैरान

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शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर फाइटर जेट की लैंडिंग और टेकऑफ का रिहर्सल सफलतापूर्वक पूरा कराया गया है। एयरफोर्स का यह युद्धाभ्यास ऐसे समय में हो रहा है, जब सेना को अपनी शक्ति प्रदर्शित करनी है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना लगातार अपनी तैयारी को पुख्ता करने में जुटी हुई है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने आतंक के खिलाफ सेना को ऑपरेशन की खुली छूट दे दी है।
ऐसे में भारतीय वायुसेना की ओर से शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर बने एयर स्ट्रिप पर फाइटर जेट की लैंडिंग और टेक ऑफ का रिहर्सल किया। शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनाया गया यह एयर स्ट्रिप रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यहां से पाकिस्तान और चीन दोनों सीमा पर फाइटर जेट को तुरंत पहुंचने में मदद मिल सकती है। तीन एयर स्ट्रिप पर हो चुका है रिहर्सलइंडियन एयरफोर्स ने पिछले दिनों में लगातार अपने फाइटर जेट को एयरबेस के अलावा अन्य स्थानों से लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधाओं का इजाफा किया है।
उत्तर प्रदेश में 4 एक्सप्रेसवे पर फाइटर जेट की लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधा का विकास किया गया है। पहले से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर एयर स्ट्रिप का निर्माण कराया गया है। यहां एयरफोर्स के विमान की लैंडिंग और टेक ऑफ सुविधा का रिहर्सल हो चुका है। गंगा एक्सप्रेसवे पर दिन में विमान को उतरने और टेकऑफ की सुविधा की जांच की गई है। वहीं, अब रात के समय में विमान को उतारने और टेक ऑफ की सुविधा की जांच होनी है। इस प्रकार की सुविधा से भारत की सामरिक शक्ति में बड़ा इजाफा होगा।
वहीं, दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने में कामयाबी मिलेगी। यूपी रक्षा शक्ति का नया आधारगंगा एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना का ऐतिहासिक युद्धाभ्यास कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। इस प्रकार यूपी रक्षा शक्ति का नया आधार बनता जा रहा है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर उन्नाव, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सुल्तानपुर और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर इटावा में एयर स्ट्रिप का निर्माण कराया गया है। इनके बाद अब शाहजहांपुर स्थित गंगा एक्सप्रेसवे पर भारतीय वायुसेना ने पहली बार युद्धस्तरीय अभ्यास कर नया इतिहास रच दिया है।गंगा एक्सप्रेसवे पर अभ्यास में वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों राफेल, सुखोई, मिराज-2000, मिग-29 और जगुआर ने दिन में लैंडिंग और टेकऑफ की रिहर्सल की।
आने वाले दिनों में इन विमानों की रात्रि अभ्यास भी प्रस्तावित है। इन विमानों ने किया रिहर्सलभारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल विमानों ने गंगा एक्सप्रेसवे पर रिहर्सल में भाग लिया। इसमें आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और लंबी दूरी की मेटेओर मिसाइल से लैस राफेल विमान शामिल है। यह विमान सभी मौसम में ऑपरेशन योग्य है। इसके अलावा सुखोई SU-30 MKI विमान भी रिहर्सल में शामिल हुई। भारत-रूस की साझेदारी में विकसित, लंबी दूरी की स्ट्राइक और ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों से लैस सुखोई लड़ाकू विमान भारत की आकाशीय शक्ति को प्रदर्शित करता है।गंगा एक्सप्रेसवे पर फ्रेंच मूल का न्यूक्लियर कैपेबल हाई-स्पीड स्ट्राइक विमान मिराज-2000 ने भी रिहर्सल किया।
इसके अलावा तेज गति, ऊंची उड़ान और रडार चकमा देने में सक्षम मिग-29 लड़ाकू विमान ने भी रिहर्सल में भाग लिया। ग्राउंड अटैक और एंटी-शिप मिशन के लिए प्रभावी जगुआर विमान भी एयर स्ट्रिप से उड़ान भरता दिखाई दिया। इनके अलावा ट्रांसपोर्ट और विशेष बलों की तैनाती में अहम भूमिका निभाने वाला C-130J सुपर हरक्यूलिस और AN-32 विमान भी रिहर्सल करता दिखाई दिया। साथ ही, सर्च एंड रेस्क्यू, मेडिकल एवैकुएशन के लिए उपयुक्त MI-17 V5 हेलिकॉप्टर ने भी इस युद्धाभ्यास में भाग लिया। यूपी का है सबसे लंबा एक्सप्रेसवेगंगा एक्सप्रेसवे यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है।
इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बनाई जा रही है। इस साल के अंत तक इस पर ट्रैफिक शुरू करने की संभावना है। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण अभी 6 लेन का किया जा रहा है। भविष्य में इसका 8 लेन में विस्तार की संभावना है। एक्सप्रेसवे की चौड़ाई 120 मीटर है। वहीं, इस एक्सप्रेसवे पर छोटे चारपहिया वाहनों की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखने की डिजाइन में तैयार की गई है।गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर के जलालाबाद क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर लंबी एयर स्ट्रिप तैयार की गई है।
इसका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इस पर फाइटर जेट उतारने का रिहर्सल किया गया। इस एक्सप्रेसवे पर 9 यात्री सुविधा परिसर, 2 मुख्य टोल प्लाजा, 19 रैंप टोल प्लाजा का निर्माण किया गया है। इस एक्सप्रेसवे पर गंगा और रामगंगा नदियों पर 960 मीटर और 720 मीटर लंबे पुल प्रस्तावित हैं। 12 जिलों को जोड़ रहा एक्सप्रेसवेगंगा एक्सप्रेसवे यूपी के 12 जिलों को जोड़ रहा है। इनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज शामिल हैं।
यह एक्सप्रेसवे प्रदेश के कुल 518 गांवों की 7453.15 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। इस पर निर्माण लागत 36,230 करोड़ रुपये का अनुमान है। गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को चार ग्रुपों में बांटकर किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी उत्तर प्रदेश को रणनीतिक बढ़त दिला रही है।