उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, देहरादून-नैनीताल समेत 8 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट, ओलावृष्टि के आसार
रश्मि खत्री, देहरादून: उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है, जिसके चलते पहाड़ से लेकर मैदान तक आंशिक बादल मंडरा रहे हैं, जबकि कहीं कहीं हल्की बौचारें भी पड़ रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से मौसम सुहावना हो गया है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में धूप और बादलों की आंख-मिचोली के चलते तापमान सामान्य बना हुआ है। उत्तराखंड में आज से 3 दिन तक प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्र में भारी बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार को देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में सुबह से तेज धूप खिली रही। और दोपहर बाद बादल मंडराने लगे। कुछ क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
पर्वतीय क्षेत्र में दिनभर आशिक बादल छाए रहे। जबकि कुमाऊँ मंडल में कहीं कहीं तीव्र बौछारें भी पड़ी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय से बिजली चमकने, 40 से 50 प्रति किलोमीटर घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने और बारिश के अति तीव्र दौर होने की संभावना है। जिसको लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
देहरादून और हरिद्वार में तेज बारिशवहीं सोमवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून और हरिद्वार में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे पहाड़ की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी ओलावृष्टि होने की संभावना है और बारिश के तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर होने का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सीएस तोमर का कहना है कि निम्न दबाव बनने के कारण उत्तराखंड में 5 से 8 अक्टूबर तक एक बार फिर तेज दौर की बारिश होने की संभावना है।
6 और 7 अक्टूबर को प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद बारिश से राहत मिलने के आसार हैं। पोस्ट मानसून के बाद उत्तराखंड में बारिश होती है, लेकिन निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और पश्चिमी विक्षोभ के मिलने से मानसून की पूरी तरह से विदाई नहीं हो पाई है और अभी भी बारिश हो रही है।
पर्वतीय क्षेत्र में दिनभर आशिक बादल छाए रहे। जबकि कुमाऊँ मंडल में कहीं कहीं तीव्र बौछारें भी पड़ी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार को हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय से बिजली चमकने, 40 से 50 प्रति किलोमीटर घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने और बारिश के अति तीव्र दौर होने की संभावना है। जिसको लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।
देहरादून और हरिद्वार में तेज बारिशवहीं सोमवार को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून और हरिद्वार में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इससे पहाड़ की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी ओलावृष्टि होने की संभावना है और बारिश के तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर होने का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सीएस तोमर का कहना है कि निम्न दबाव बनने के कारण उत्तराखंड में 5 से 8 अक्टूबर तक एक बार फिर तेज दौर की बारिश होने की संभावना है।
6 और 7 अक्टूबर को प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में भारी से भारी बारिश हो सकती है। इसके बाद बारिश से राहत मिलने के आसार हैं। पोस्ट मानसून के बाद उत्तराखंड में बारिश होती है, लेकिन निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और पश्चिमी विक्षोभ के मिलने से मानसून की पूरी तरह से विदाई नहीं हो पाई है और अभी भी बारिश हो रही है।
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