इजरायल में अडानी के हाइफा बंदरगाह को क्या ईरानी मिसाइलों ने तबाह किया? जानिए सोशल मीडिया पर दावे का सच

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तेलअवीव: इजरायल और ईरान के बीच मिसाइलों की बारिश तेज हो गई है। इजरायल के ईरानी सेना के कई अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की हत्‍या के बाद ईरान ने ताजा हमले में 100 से ज्‍यादा मिसाइलों की बारिश की है। इस बीच सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि ताजा ईरानी हमले में इजरायल का हाइफा पोर्ट तबाह हो गया है। वहीं रूसी मीडिया ने भारतीय सूत्रों के हवाले से कहा है कि हाइफा पोर्ट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान समय में हाइफा पोर्ट पूरी तरह से सुरक्षित है और वहां से सामान्‍य गतिव‍िधियां चल रही हैं। ईरान ने हाइफा शहर में मिसाइल हमला किया है लेकिन इससे पोर्ट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।



स्‍पुतनिक न्‍यूज की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने हाइफा पोर्ट के तेल टर्मिनल को भी नुकसान पहुंचाने का दावा फर्जी है। हाइफा पोर्ट का संचालन जहां अडानी पोर्ट्स कंपनी करती है, वहीं तेल टर्मिनल का संचालन चीनी कंपनी करती है। इससे पहले अडानी ग्रुप के सीएफओ जुगशिंदर रोब्बी सिंह ने भी कहा था कि ईरानी मिसाइल हमले के बाद भी हाइफा पोर्ट पूरी तरह से काम कर रहा है। हाइफा पोर्ट इजरायल के ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के साथ संपर्क में है ताकि सुरक्षा मुहैया कराई जा सके।



इजरायल में कई लोगों की ईरानी हमले में मौत

इस बीच ईरान ने इजरायल के मध्य तथा उत्तरी क्षेत्र को निशाना बनाते हुए सोमवार को फिर सिलसिलेवार मिसाइल हमले किए जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। ईरान ने कहा कि उसने लगभग 100 मिसाइलें दागीं और उसने पिछले शुक्रवार को इजरायल द्वारा उसके परमाणु संवर्धन केंद्रों एवं सैन्य नेतृत्व पर किए गए आश्चर्यजनक हमले के खिलाफ आगे भी जवाबी हमले करने का संकल्प जताया। दोनों देशों के बीच संघर्ष के चौथे दिन तेल अवीव में सुबह तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं जो संभवत: इजरायल की रक्षा प्रणाली द्वारा ईरान के मिसाइल हमलों को नाकाम करने की थी।

मध्य इजरायल के शहर पेटाह टिकवा के अधिकारियों ने बताया कि ईरानी मिसाइलों ने एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया जिससे दीवारें जलकर खाक हो गईं, खिड़कियों के शीशे टूट गए और कई अपार्टमेंट को भारी नुकसान हुआ। बचाव दल घटनास्थलों पर मौजूद हैं, हालांकि हताहतों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। इजरायल की आपातकालीन सेवा ‘मैगन डेविड एडोम’ सेवा ने बताया कि मध्य इजरायल में चार जगहों पर मिसाइल हमलों में दो महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई। इसके साथ ही इजराइल में मरने वालों की संख्या कम से कम 17 हो गई है।





‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के खुफिया प्रमुख की मौत

‘मैगन डेविड एडोम’ ने बताया कि बचाए गए 74 अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें से 30 वर्षीय एक महिला की हालत गंभीर है। बचावकर्मी मिसाइल हमलों में तबाह हुए घरों के मलबे के नीचे फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने रविवार को कहा कि अगर ईरान पर इजराइल के हमले रुकते हैं तो ‘हमारे जवाबी हमले भी रुक जाएंगे।’ एक दिन पहले इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में ईरान के तेल शोधन संयंत्रों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया जिसके बाद ईरान के ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कड़ा रुख अपनाते हुए संकल्प लिया कि आगामी हमले ‘पिछले हमलों की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली, गंभीर, सटीक और विनाशकारी होंगे।’



ईरान ने रविवार को कहा कि इजराइल के हमले में ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के खुफिया प्रमुख की मौत हो गई। शुक्रवार से अब तक ईरान में मरने वालों की संख्या बढ़कर 224 हो गई है। ईरान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 1,277 लोग घायल हैं, हालांकि उसने यह नहीं बताया कि इसमें आम नागरिक कितने हैं और सैन्य अधिकारी कितने हैं। अपने स्तर पर हताहतों की रिपोर्ट तैयार करने वाले मानवाधिकार समूहों ने कहा कि ईरान सरकार ने मौतों के जो आंकड़े बताएं हैं वह वास्तविकता से काफी कम हैं।