पहलगाम आतंकी हमला: पाकिस्तान की चाल को नाकाम करेगा भारत; इस हथियार ने आकाश में हमारी ताकत बढ़ा दी
नई दिल्ली : पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंध भी कम कर दिए गए हैं। इसके अलावा भारत ने पाकिस्तान से वस्तुओं के आयात-निर्यात पर भी रोक लगा दी है। भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तानी नेताओं और सैन्य अधिकारियों की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं। पाकिस्तान ने लगातार 10वीं बार भारत-पाक सीमा पर गोलीबारी की है।
इस बढ़ते तनाव के बीच भारत ने अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना को रूस निर्मित इग्ला-एस मिसाइलों की बड़ी खेप मिल गई है। इस मिसाइल को सीमा पर दुश्मन के इलाके के निकट चौकी पर तैनात किया जा रहा है। यह मिसाइल बहुत कम दूरी से और यहां तक कि बहुत लंबी दूरी से भी दुश्मन पर वार कर सकती है। इग्ला-एस मिसाइल बहुत लंबी दूरी से दुश्मन के लड़ाकू विमानों, ड्रोनों और हेलीकॉप्टरों को निशाना बना सकती है।
भारत द्वारा खरीदी गई यह मिसाइल कम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली का हिस्सा है। इस मिसाइल की लागत 260 करोड़ रुपये है। ये मिसाइलें भारत की आपातकालीन नीति के तहत खरीदी गई हैं। इस नीति के तहत भारतीय सेना ने 48 लांचर और 90 मिसाइलें खरीदना शुरू कर दिया है। यह खरीद जल्द ही पूरी हो जाएगी और दुश्मन के इलाके के पास तैनात कर दी जाएगी।
इग्ला-एस मिसाइल इन्फ्रारेड तकनीक पर आधारित है। भारतीय सेना के पास इस मिसाइल का पुराना संस्करण भी है। लेकिन इस नए परिष्कृत संस्करण ने भारत की वायु शक्ति को बढ़ा दिया है। इससे भारत को हवाई खतरों का आसानी से सामना करने में मदद मिलेगी। भारत के पास 1990 से इग्ला-एस मिसाइल है। इसके अतिरिक्त, हमारी सेना के पास एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन एवं इंटरडिक्शन सिस्टम भी है। यह प्रणाली 8 किमी की दूरी से ड्रोन का पता लगा सकती है और लेजर से उन्हें पूरी तरह नष्ट कर सकती है। यह प्रणाली सीमा पर तैनात की गई है।
भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बड़ी संख्या में मिसाइलें विकसित की हैं। भारत ने पाकिस्तानी ड्रोनों को निष्क्रिय करने के लिए एक लेजर प्रणाली विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। भारत के डीआरडीओ ने एक नई अत्याधुनिक लेजर प्रणाली विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस नई अत्याधुनिक मिसाइल में दुश्मन के ड्रोन, क्रूज मिसाइलों और विमानों को नष्ट करने की क्षमता होगी। हाल ही में भारतीय सेना ने जम्मू क्षेत्र में एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया। भारतीय सेना की यह तत्परता स्पष्ट संकेत दे रही है कि भारत आतंकवादी हमलों का जवाब देने और संभावित हमलों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है।