पहलगाम आतंकी हमला: क्या ईरान के विदेश मंत्री बनेंगे देवदूत? तनावपूर्ण स्थिति के बीच भारत और पाकिस्तान का दौरा

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तेहरान : पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इससे विश्व भर के नेताओं में चिंता पैदा हो रही है। पाकिस्तान को बार-बार परमाणु युद्ध की धमकियाँ मिल रही हैं। अमेरिका से लेकर रूस तक कई देशों ने भारत से संयम बरतने का आग्रह किया है। इन बढ़ते तनावों के बीच, ईरानी विदेश मंत्री अराघची भारत और पाकिस्तान का दौरा करने वाले हैं। उन्होंने कहा है कि वह दोनों देशों के साथ बातचीत के जरिए तनाव कम करने का प्रयास जारी रखेंगे।

अराघची की पहली यात्रा पाकिस्तान की होगी और वह सोमवार (6 मई) को पाकिस्तान के लिए रवाना होंगे। पाकिस्तान की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद विदेश मंत्री अराघची नई दिल्ली में देश के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

 

 

ईरानी राष्ट्रपति ने मोदी और शरीफ से फोन पर बात की

इस बीच, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजिज्कियन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से फोन पर बात की है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात करते हुए पहलगाम आतंकवादी हमले पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मिलकर काम करने के महत्व पर प्रकाश डाला। पेजेशकियन ने हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के साथ अपनी बातचीत में पेजेशकियन ने बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने क्षेत्रीय शांति की भी इच्छा व्यक्त की।

भारत-पाकिस्तान तनाव में ईरान की मध्यस्थता

इस बीच सवाल यह उठता है कि क्या ईरान पाकिस्तान और भारत के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में मध्यस्थता की भूमिका निभा सकता है? इससे यह सवाल उठता है कि क्या दोनों देशों के बीच गुस्सा शांत हो जाएगा। यह देखना भी महत्वपूर्ण होगा कि ईरान किसकी तरफ होगा। इस बीच, ईरानी विदेश मंत्री अराघची ने पाकिस्तानी उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार के साथ बातचीत की। ईरान ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाने की अपनी तत्परता व्यक्त की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईरानी विदेश मंत्री अराघची अगले सप्ताह के अंत तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे।

पाकिस्तान में चिंता का माहौल

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान से माल का आयात-निर्यात भी रोक दिया गया है। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इस बीच, पाकिस्तान में भारतीय सैन्य कार्रवाई का डर बना हुआ है। इसके चलते पाकिस्तान ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। पाकिस्तान वैश्विक स्तर पर भी मदद की गुहार लगा रहा है।