कानपुर में नया एलिवेटेड रेलवे ट्रैक: ट्रैफिक में होगी कमी

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कानपुर के लिए एक नई शुरुआत


एलिवेटेड रेलवे ट्रैक : कानपुरवासियों के लिए एक सुखद समाचार है। अगले दो वर्षों में अनवरगंज से मंधना तक 16.25 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रेलवे ट्रैक तैयार होगा। इस परियोजना के पूरा होने पर लगभग 60 लाख लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इसके साथ ही, कल्याणपुर और रावतपुर जैसे पुराने रेलवे स्टेशनों का स्थान एक नया आधुनिक स्टेशन ले लेगा, जिसका नाम पंडित अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा।


नए स्टेशन के निर्माण की प्रक्रिया

टेंडर प्रक्रिया 16 अप्रैल से शुरू होगी


कमिश्नर विजयेंद्र पांडियन ने अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि नए स्टेशन के निर्माण के लिए जल्द ही टेंडर जारी किए जाएंगे। यह स्टेशन छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के पास, जीटी रोड के किनारे स्थापित होगा। यह पूरी तरह से हाईटेक होगा और यहां मेट्रो कनेक्टिविटी भी उपलब्ध होगी।


मेट्रो कनेक्टिविटी और स्काईवॉक

स्काईवॉक से जोड़ा जाएगा मेट्रो


कमिश्नर ने कानपुर मेट्रो के परियोजना निदेशक अरविंद मीणा को निर्देश दिया कि नए स्टेशन को एसपीएम अस्पताल और सीएसजेएमयू के मेट्रो स्टेशनों से स्काईवॉक के माध्यम से जोड़ा जाए। इससे यात्रियों को मेट्रो पकड़ने में आसानी होगी और सड़क पर भीड़ से बचा जा सकेगा।


शहर के लिए लाभकारी परियोजना

ट्रैक के निर्माण से जाम में कमी


इस ट्रैक के निर्माण से शहर के उत्तर और दक्षिण हिस्सों को जोड़ने वाली लगभग 15 रेलवे क्रॉसिंग समाप्त हो जाएंगी। वर्तमान में, इन क्रॉसिंग्स के कारण रोजाना जाम की स्थिति बनती है। कमिश्नर का कहना है कि इस परियोजना के पूरा होने पर कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम पूरी तरह से बदल जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी।


लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए वैकल्पिक मार्ग

यात्रियों की सुविधा का ध्यान


ट्रैक के निर्माण के दौरान लंबी दूरी की ट्रेनों की आवाजाही पर असर न पड़े, इसके लिए रेलवे वैकल्पिक मार्ग तैयार करेगा। कमिश्नर ने रेलवे अधिकारियों से कहा है कि इस पर जल्द ही ठोस योजना बनाई जाए, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।


सहयोगात्मक प्रयास

विभागों का सामूहिक प्रयास


इस परियोजना में नगर निगम, मेट्रो, रेलवे और ट्रैफिक विभाग मिलकर कार्य करेंगे। कुल मिलाकर, कानपुर की ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को सुधारने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। दो वर्षों में शहर की तस्वीर बदल जाएगी।