मध्यप्रदेश में हैप्पी सीडर पर 78,000 रुपये की सब्सिडी, बिना लॉटरी के आवेदन करें

मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसमें हैप्पी सीडर मशीन की खरीद पर 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
यह मशीन बिना जुताई के बुवाई और पराली प्रबंधन में सहायक है। यह योजना पहले आओ, पहले पाओ के सिद्धांत पर आधारित है। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हैप्पी सीडर: कृषि का आधुनिक उपकरण
हैप्पी सीडर एक अत्याधुनिक कृषि उपकरण है, जो खेती को सरल और किफायती बनाता है। यह मशीन बिना खेत की जुताई किए बीज बोने की सुविधा प्रदान करती है। इसमें रोटर और जीरो टिल ड्रिल तकनीक का उपयोग किया गया है, जो फसल अवशेषों को काटकर मिट्टी में मिलाती है और बीज बोती है।
यह मशीन पराली को कंपोस्ट खाद में परिवर्तित करती है, जिससे मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है। हैप्पी सीडर खेत की नमी को बनाए रखती है और एक दिन में 6 से 8 एकड़ की बुवाई कर समय और श्रम की बचत करती है।
सब्सिडी का लाभ
मध्यप्रदेश सरकार की कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत हैप्पी सीडर पर अधिकतम 50% या 78,000 रुपये तक की सब्सिडी उपलब्ध है। यह लाभ “सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मेकेनाइजेशन (SMAM)” और “आर.के.वी.वाय कैफेटेरिया योजना” के अंतर्गत दिया जा रहा है।
सामान्य, अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला किसानों के लिए सब्सिडी दरों में थोड़ा भिन्नता हो सकती है। यह योजना किसानों को आधुनिक खेती के लिए प्रोत्साहित करती है और उनकी लागत को कम करती है।
लॉटरी के बिना सीधा लाभ
इस योजना की एक विशेषता यह है कि इसमें लॉटरी की प्रक्रिया नहीं होगी। हैप्पी सीडर को “मांग अनुसार श्रेणी” में रखा गया है, जिसके तहत आवेदन करने वाले किसानों को बजट के आधार पर सीधे संचालनालय स्तर से अनुमोदन मिलेगा।
यह प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित है, जिससे किसानों को समय पर मशीन प्राप्त होगी। पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर यह अवसर सभी के लिए खुला है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
हैप्पी सीडर पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए किसानों को कुछ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। इनमें आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, जमीन के दस्तावेज (खसरा/खतौनी, बी1), बैंक पासबुक का पहला पृष्ठ, ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन (यदि लागू हो) और 4500 रुपये का डिमांड ड्राफ्ट शामिल हैं।
डिमांड ड्राफ्ट किसान के जिले के कृषि यंत्री के नाम से उनके बैंक खाते से बनवाना होगा और इसे स्कैन कर ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
आवेदन की प्रक्रिया
मध्यप्रदेश के किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। पहले से पंजीकृत किसान आधार ओटीपी के माध्यम से लॉगिन कर आवेदन कर सकते हैं।
नए किसान एमपी ऑनलाइन या नजदीकी सीएससी सेंटर पर बायोमेट्रिक पंजीकरण करवा सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल है, जिससे किसानों को किसी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
किसानों के लिए लाभ
हैप्पी सीडर मशीन न केवल खेती को सरल बनाती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। यह पराली जलाने की समस्या को कम करती है और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है।
सब्सिडी के माध्यम से किसान कम लागत में इस मशीन को खरीद सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और खेती अधिक लाभकारी बनेगी। यह योजना आधुनिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष: किसानों के लिए सुनहरा अवसर
मध्यप्रदेश सरकार की हैप्पी सीडर सब्सिडी योजना किसानों के लिए एक अद्भुत अवसर है। 78,000 रुपये तक की सब्सिडी और बिना लॉटरी की पारदर्शी प्रक्रिया इस योजना को और भी आकर्षक बनाती है।
यदि आप मध्यप्रदेश के किसान हैं, तो तुरंत ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर आवेदन करें और आधुनिक खेती की दिशा में कदम बढ़ाएं।