UPI ट्रांजैक्शन अप्रैल में 34% बढ़कर 17.89 अरब तक पहुंचा, रोजाना औसतन ₹79,831 करोड़ का लेनदेन

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यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए होने वाले डिजिटल लेनदेन में अप्रैल 2025 में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई। UPI ट्रांजैक्शंस की संख्या सालाना आधार पर 34% की बढ़त के साथ 17.89 अरब पर पहुंच गई। हालांकि, मार्च की तुलना में इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गई, जब ट्रांजैक्शन का आंकड़ा 18.30 अरब था।

UPI के जरिए लेनदेन की कुल राशि भी 22% बढ़कर ₹23.95 लाख करोड़ पहुंच गई, जबकि मार्च में यह ₹24.77 लाख करोड़ थी। इस गिरावट के पीछे अप्रैल के 30 दिन और मार्च के 31 दिन

होने का असर बताया जा रहा है।

अप्रैल 2025 के मुख्य आंकड़े:

  • रोजाना औसत ट्रांजैक्शन संख्या: 59.6 करोड़

  • रोजाना औसत वैल्यू: ₹79,831 करोड़

  • मार्च के मुकाबले ट्रांजैक्शन वैल्यू और संख्या में हल्की गिरावट

IMPS और AEPS का प्रदर्शन भी मिला-जुला

इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) के आंकड़ों में सालाना आधार पर 18% की गिरावट आई और ट्रांजैक्शन संख्या 44.9 करोड़ रही। हालांकि, कुल लेनदेन राशि 5% बढ़कर ₹6.22 लाख करोड़ तक पहुंची।

  • IMPS रोजाना औसत ट्रांजैक्शन वैल्यू: ₹20,722 करोड़

  • रोजाना औसत ट्रांजैक्शन संख्या: 1.49 करोड़

आधार आधारित भुगतान प्रणाली (AEPS) में भी 2% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल में 9.5 करोड़ लेनदेन

हुए, जिनकी कुल वैल्यू ₹26,618 करोड़ रही, यानी 6% की बढ़त

  • AEPS औसत दैनिक ट्रांजैक्शन: 31.8 लाख

  • औसत वैल्यू प्रतिदिन: ₹887 करोड़

निष्कर्ष: भारत में डिजिटल भुगतान का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। UPI, IMPS और AEPS जैसे प्लेटफॉर्म न केवल भुगतान को आसान बना रहे हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण को भी रफ्तार दे रहे हैं।