राजस्थान के इस गांव में आज भी अकेले जाने से लगता है डर, 2 मिनट के इस वीडियो को देखें और जानें क्यों?
राजस्थान को भले ही उसकी राजसी विरासत, महल-किले और रंग-बिरंगी संस्कृति के लिए जाना जाता है, लेकिन इसी धरती पर कुछ ऐसे रहस्यमयी स्थान भी हैं, जहां आज भी डर और सन्नाटा राज करता है। ऐसा ही एक गांव है कुलधरा, जो जैसलमेर से करीब 17 किलोमीटर दूर स्थित है। यह गांव पिछले 225 वर्षों से वीरान पड़ा है, और लोग कहते हैं कि आज भी यहां अकेले जाने की हिम्मत कोई नहीं करता। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि ऐसा क्या है इस गांव में जो लोगों को डरा देता है, तो बस 2 मिनट का ये वीडियो जरूर देखें
कुलधरा कभी एक समृद्ध और खुशहाल गांव हुआ करता था, जहां पालीवाल ब्राह्मण परिवार रहते थे। 13वीं से 18वीं सदी तक यह क्षेत्र व्यापार, संस्कृति और सौंदर्य का केंद्र रहा। लेकिन एक दिन जैसलमेर के दीवान सलिम सिंह की नजर गांव की एक सुंदर कन्या पर पड़ी। उसने जबरन शादी की धमकी दी। सम्मान और अस्मिता की रक्षा के लिए गांववालों ने एक रात में कुलधरा सहित 84 गांवों को खाली कर दिया
सिर्फ वीरानी नहीं, कुलधरा के डरावने किस्से भी उतने ही मशहूर हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि रात के समय यहां महिलाओं के गहनों की आवाज, बच्चों की हंसी और सिसकियों जैसी अजीब आवाजें सुनाई देती हैं। कुछ पर्यटकों ने दावा किया है कि उन्होंने सफेद साड़ी में किसी परछाईं को देखा
भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) ने कुलधरा को संरक्षित विरासत घोषित किया है। लेकिन एक चेतावनी साफ तौर पर बोर्ड पर लिखी होती है — "सूर्यास्त के बाद गांव में प्रवेश वर्जित है"। यह नियम यूं ही नहीं बनाया गया, बल्कि पिछले कई दशकों में यहां रात में रहने वाले लोगों को मानसिक आघात
इस वीडियो में कुलधरा की:
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रहस्यमयी कहानी
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रात के डरावने अनुभव
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स्थानीय लोगों की गवाही
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और वो सब कुछ दिखाया गया है, जो इस गांव को भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक बनाता है। अगर आप सोचते हैं कि हॉरर सिर्फ फिल्मों में होता है, तो ये वीडियो देखने के बाद आपकी सोच बदल सकती है।
कुलधरा सिर्फ एक वीरान गांव नहीं, बल्कि एक ज़िंदा रहस्य है, जो हर रात अपनी सिसकियों और परछाइयों से डर का एहसास कराता है।