अमेरिका की अर्थव्यवस्था ICU में? रिकॉर्ड तोड़ कर्ज, कंपनियां बन रहीं कंगाल… आंकड़े देख फटी रह जायेंगी ट्रम्प की आंखें

दुनिया के कई देशों के साथ मनमानी शर्तों पर व्यापार समझौते करने में कामयाब रहे डोनाल्ड ट्रंप को भारत के साथ बातचीत करने में मुश्किल आ रही है। राष्ट्रपति ट्रंप इस बात से निराश हैं कि व्यापार समझौते के लिए हुई पाँच दौर की वार्ताओं में भारत अपनी शर्तों पर अड़ा रहा। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने गुरुवार को कहा कि ट्रंप की पूरी टीम भारत के साथ व्यापार को लेकर बेहद नाराज़ और परेशान है। राष्ट्रपति ट्रंप इतने निराश हैं कि उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को मृत अर्थव्यवस्था तक कह दिया है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ट्रंप का यह बयान कितना झूठा है और हकीकत क्या है।
कर्ज में डूबा अमेरिका
अमेरिका दुनिया के उन गिने-चुने देशों में शामिल है जिनका कर्ज उसकी जीडीपी से ज़्यादा है। आईएमएफ के अनुसार, अमेरिका पर जीडीपी का 122.5 प्रतिशत कर्ज है। अमेरिका के अलावा, दुनिया के जिन देशों का कर्ज जीडीपी से ज़्यादा है, उनमें यूक्रेन, बहरीन, बेल्जियम, भूटान, ग्रीस, मालदीव, सेनेगल, सिंगापुर, स्पेन, सूडान जैसे देश शामिल हैं। जबकि भारत पर जीडीपी का 80.4 प्रतिशत कर्ज है।
6 महीने में 335 कंपनियाँ दिवालिया
पिछले छह महीनों में अमेरिका की 371 बड़ी कंपनियाँ दिवालिया हो गई हैं। यह पिछले 15 सालों का सबसे बड़ा आँकड़ा है। इससे पहले, वर्ष 2010 की पहली छमाही में 468 कंपनियाँ दिवालिया हुई थीं। पिछले साल अमेरिका की कुल 688 बड़ी कंपनियों ने दिवालिया होने के लिए आवेदन किया था। यह 14 सालों का सबसे बड़ा आँकड़ा था।
अमेरिका की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने सोमवार को 2025 की तीसरी तिमाही के लिए 1.01 ट्रिलियन डॉलर की शुद्ध उधारी का अनुमान लगाया है। यह अप्रैल में लगाए गए 554 बिलियन डॉलर के अनुमान से कहीं ज़्यादा है। यह अमेरिका की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को दर्शाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इतना अधिक उधार लेने से आपूर्ति संकट का खतरा पैदा होता है। इसके दीर्घकालिक रूप से बहुत बुरे परिणाम हो सकते हैं।
विकास दर में अमेरिका हमसे बहुत पीछे है
आईएमएफ ने हाल ही में वर्ष 2025 और 2026 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है। जबकि 2025 और 2026 के लिए वैश्विक विकास दर का अनुमान क्रमशः 3 प्रतिशत और 3.1 प्रतिशत है। अमेरिका की बात करें तो, आईएमएफ का अनुमान है कि वर्ष 2025 में इसकी विकास दर 1.9 प्रतिशत और वर्ष 2026 में 2 प्रतिशत रहेगी।
भारत अमेरिका से दोगुनी गति से बढ़ रहा है
भारत अमेरिका से दोगुनी से भी ज़्यादा गति से बढ़ रहा है। ट्रंप इतने हताश हैं कि आँकड़े देखकर भी झूठ बोल रहे हैं। प्रमुख देशों में भी भारत की विकास दर सबसे ज़्यादा है। वर्ष 2015 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था 18.2 ट्रिलियन डॉलर थी। 10 वर्षों में यह बढ़कर 30.51 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। वहीं दूसरी ओर, भारत की अर्थव्यवस्था वर्ष 2015 में 2.10 ट्रिलियन डॉलर थी। अब यह दोगुनी से भी ज़्यादा बढ़कर 4.27 ट्रिलियन डॉलर हो गई है।
भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है
डोनाल्ड ट्रंप शायद भूल गए हैं कि भारत एक मृत अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत की जीडीपी हाल ही में जापान से आगे निकल गई है। केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से आगे हैं। भारत जल्द ही जर्मनी से भी आगे निकल जाएगा। जर्मनी की जीडीपी भारत से थोड़ी ज़्यादा है, जो 4.74 ट्रिलियन डॉलर है।