कनखुल मल्ला में मकान पर गिरी चट्टान, बदरीनाथ हाईवे उमटा के पास बंद

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जिले के कपीरी पट्टी स्थित कनखुल मल्ला गांव में भारी बारिश एक बार फिर कहर बनकर टूटी है। बीती रात तेज बारिश के चलते एक बड़ी चट्टान गांव के एक मकान की छत पर आ गिरी, जिससे मकान को अंदर और बाहर से भारी नुकसान हुआ है। इस हादसे से क्षेत्र में दहशत का माहौल है, जबकि प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है।

हादसे में बड़ा नुकसान, जनहानि नहीं

गनीमत यह रही कि हादसे के समय मकान में मौजूद परिवार सुरक्षित रहा

, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि मकान की छत और दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। चट्टान गिरने से घर में रखा सामान भी दब गया, और घर के आसपास मलबा फैल गया है।

बदरीनाथ हाईवे उमटा के पास बाधित

इसी के साथ तेज बारिश और मलबा बदरीनाथ यात्रा मार्ग को भी प्रभावित कर रहा है। बदरीनाथ हाईवे उमटा के पास मलबा आने से बंद हो गया है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों की आवाजाही ठप हो गई है। बारिश के चलते मलबा हटाने का काम भी धीमी गति से चल रहा है।

प्रशासन मौके पर

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से पीड़ित परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और तत्काल राहत मुहैया कराई जा रही है। प्रशासन ने मकान की स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।

लगातार बारिश से पहाड़ों पर खतरा

गौरतलब है कि चमोली जिले सहित उत्तराखंड के अधिकांश पर्वतीय जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश से भूस्खलन और चट्टानों के गिरने का खतरा बढ़ गया है।

कई जगहों पर नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है और सड़क मार्ग बाधित हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील की है।

ग्रामीणों की मांग: स्थायी समाधान जरूरी

कनखुल मल्ला के ग्रामीणों का कहना है कि यह इलाका पहले से ही भूस्खलन और चट्टान गिरने की घटनाओं के लिए संवेदनशील रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकार इस क्षेत्र के लिए स्थायी सुरक्षा उपाय अपनाए

, ताकि हर बार बारिश में जान-माल का खतरा न बना रहे।