IEA का अनुमान, भारत की तेल मांग में वर्ष 2030 तक होगी 10 लाख बैरल प्रतिदिन की बढ़ोतरी
मांग बढ़कर 2030 में 66.6 लाख बीपीडी होगी : वैश्विक ऊर्जा निगरानी संस्था आईईए का अनुमान है कि भारत में कच्चे तेल की मांग बढ़कर 2030 में 66.6 लाख बीपीडी हो जाएगी, जो 2024 में 56.4 लाख बीपीडी थी। भारत अपनी तेल जरूरतों का 95 प्रतिशत आयात के ही जरिए पूरा करता है। बयान के मुताबिक भारत की तेल मांग पूर्वानुमान अवधि में 10 लाख बीपीडी तक बढ़ जाएगी। किसी भी अन्य देश की तुलना में यह काफी अधिक है। शानदार जीडीपी वृद्धि को देखते हुए औसत वार्षिक दर 2.8 प्रतिशत होगी।ALSO READ: ईरान का Israel पर पलटवार, तेल अवीव में 'इजराइल के पेंटागन' पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से प्रहार
दुनिया के सबसे बड़े तेल उपभोक्ता अमेरिका में मांग 2025 में 2.04 करोड़ बीपीडी के शिखर पर पहुंच सकती है जिसके बाद इसमें गिरावट का दौर शुरू हो सकता है, जो 2030 में 2 करोड़ बीपीडी तक आ सकता है। दूसरे प्रमुख तेल उपभोक्ता देश चीन में तेल की मांग 2027 में चरम पर पहुंचकर 1.69 करोड़ बीपीडी हो जाने का अनुमान है। इसके बाद इसमें गिरावट शुरू होगी और 2030 में यह 1.66 करोड़ बीपीडी तक पहुंच जाएगी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta